नौकरी में आने के बाद स्थानांतरण स्वभाविक प्रक्रिया : जिला जज

सारण। जिला एवं सत्र न्यायाधीश नवनीत कुमार पाण्डेय के स्थानांतरण के बाद शुक्रवार को जिला जज के सभागार

By Edited By: Publish:Fri, 03 Jul 2015 08:59 PM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2015 08:59 PM (IST)
नौकरी में आने के बाद स्थानांतरण स्वभाविक प्रक्रिया : जिला जज

सारण। जिला एवं सत्र न्यायाधीश नवनीत कुमार पाण्डेय के स्थानांतरण के बाद शुक्रवार को जिला जज के सभागार में न्यायिक पदाधिकारियों ने एक विदाई समारोह आयोजित कर उन्हें भावभीनी विदाई दी। विदाई समारोह को संबोधित करते हुए जिला जज ने कहा कि नौकरी में आने के बाद स्थानांतरण होगा, यह निश्चित है। विशेषकर न्यायिक सेवा में स्थानांतरण का दौर चलता रहता है। लेकिन छपरा में कार्य करने से जो अनुभव मिला वह आजीवन याद रहेगा। सभा को संबोधित करते हुए सीजेएम ने जिला जज के कार्यकाल पर प्रकाश डाला और कहा कि इनके कार्यकाल में हमलोगों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। बताते चलें कि 2003 में न्यायिक सेवा में आने के बाद श्री पाण्डेय ने भागलपुर में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में अपना योगदान दिया। इसके बाद वे जमुई के एडीजे प्रथम बनाये गये। फिर बेतिया के प्रधान न्यायाधीश बने। वहीं से जिला जज बनकर वे 14 अक्टूबर 2011 को छपरा में अपना योगदान दिये। विदाई समारोह के मौके पर सीजेएम राधेश्याम शुक्ल, वेदप्रकाश, सतीश चन्द्र श्रीवास्तव, विजयानंद तिवारी, एचपी त्रिपाठी, डीएन त्रिपाठी, विनोद मिश्र, अशोक कुमार गुप्ता, आनंद भूषण, महेन्द्र प्रसाद यादव, अरुण कुमार सिन्हा, अरविंद तिवारी, राकेश तिवारी, शैलेश कुमार यादव के अलावे अन्य सभी न्यायिक पदाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। उधर विधि मंडल में भी जिला जज को भावभीनी विदाई दी गयी। इस मौके पर विधि मंडल के अध्यक्ष श्रीराम सिंह, सचिव रविरंजन सिंह व पूर्व सचिव सुरेश कुमार सिंह के अलावे अन्य अधिवक्तागण मौजूद थे।

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