पौराणिक काल में भी आई है छठ पूजा की बात : शंकरानंद

रोहतास। सूर्य साक्षात देवता हैं। जिनकी पूजा किसी न किसी रूप में सभी करते हैं। रामायण व महाभारत में भ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Nov 2018 04:55 PM (IST) Updated:Sun, 11 Nov 2018 04:55 PM (IST)
पौराणिक काल में भी आई है छठ पूजा की बात : शंकरानंद
पौराणिक काल में भी आई है छठ पूजा की बात : शंकरानंद

रोहतास। सूर्य साक्षात देवता हैं। जिनकी पूजा किसी न किसी रूप में सभी करते हैं। रामायण व महाभारत में भी छठ पूजा करने की बात आई है। प्रखंड के तोरना सूर्यमंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय श्रीसूर्य महायज्ञ के दौरान यज्ञमंडप में यज्ञोपवित कराने के बाद ब्रह्मचारी शंकरानंद महाराज ने उक्त बातें कहीं। कहा कि छठ पर्व में लोग उपवास तो करते ही हैं, जो लोग व्रत नहीं करते हैं, वे भी व्रतियों के सहयोग में चारों ओर स्वच्छता बनाए रखते हैं।

प्रवचनकर्ता रमा शास्त्री ने कहा कि लोगों को आपस में प्रेमपूर्वक रहना चाहिए। बड़ों का आदर करना चाहिए। यज्ञ में साक्षात प्रभु विराजमान रहते हैं। जिनके दर्शन से जीवन सफल हो जाता है। आयोजनकर्ता जय बजरंग नवयुवक संघ के कोषाध्यक्ष रमेश कुमार व उपसचिव अशोक कुशवाहा ने कहा कि दूसरे गांव से आने वाले छठ व्रतियों के लिए भी घाट पर विशेष व्यवस्था की गई है। मौके पर मुखिया रंजीत ¨सह, हेमंत गुप्ता, नथुनी ¨सह, कमेटी के दीपक कुमार, हरेराम साह, रामदुलार पासवान, अर¨वद शर्मा समेत अन्य उपस्थित थे।

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