सुविधाओं के अभाव में रोहतास पीएचसी बदहाल

सुविधाओं के अभाव में स्थानीय पीएचसी बदहाल है। मार्च में लगे पांच एयर कंडीशनर लगाए गए लेकिन अब तक चालू नहीं किया गया। उमस भरी गर्मी में मरीज हाथ से पंखा झेल कर यहां इलाज कराते दिखे। बीसीएम आजाद कुमार के अनुसार अब तक बिजली आपूर्ति नहीं होने के चलते एसी नहीं चल रहा है। विद्युत विभाग को आवेदन दिया गया था लेकिन अभी तक इस पर काम नहीं किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Jul 2022 11:17 PM (IST) Updated:Sun, 03 Jul 2022 11:17 PM (IST)
सुविधाओं के अभाव में रोहतास पीएचसी बदहाल
सुविधाओं के अभाव में रोहतास पीएचसी बदहाल

रोहतास । सुविधाओं के अभाव में स्थानीय पीएचसी बदहाल है। मार्च में लगे पांच एयर कंडीशनर लगाए गए, लेकिन अब तक चालू नहीं किया गया। उमस भरी गर्मी में मरीज हाथ से पंखा झेल कर यहां इलाज कराते दिखे। बीसीएम आजाद कुमार के अनुसार अब तक बिजली आपूर्ति नहीं होने के चलते एसी नहीं चल रहा है। विद्युत विभाग को आवेदन दिया गया था, लेकिन अभी तक इस पर काम नहीं किया गया। समाजसेवी कामता सिंह यादव के अनुसार अस्पताल में जेनरेटर की सुविधा उपलब्ध है। प्रतिदिन सात से आठ घंटा जेनरेटर की सप्लाई रजिस्टर पर दिखाई जाती है, लेकिन दो से तीन घंटे भी नहीं चलाई जाती है। मरीजों को हाथ से बने पंखे झेल कर रहना पड़ता है। स्थानीय लोगों के अनुसार अस्पताल के लिए वाटर प्यूरिफायर महीनों से लाकर रखा गया है, लेकिन अब तक उसका लाभ मरीजों को नहीं मिला है। यहां न तो नियमित रूप से चिकित्सा प्रभारी बैठते हैं और न ही स्वास्थ्य प्रबंधक। ऐसे में मरीज अपनी समस्या किसे बताएं।

एएनएम के सहारे होता है इलाज : मरीजों का कहना है कि कुछ पुरानी एएनएम हैं, जो यहां डाक्टर की भूमिका निभा रही हैं। कहने को तो यहां पांच डाक्टर नियुक्त हैं, लेकिन डा. फैयजा व आयुष चिकित्सक शकील अहमद को छोड़कर कोई और नहीं दिखते। मरीजों को भगवान भरोसे प्रसव, आपरेशन व अन्य इलाज कराना पड़ता है। प्रत्येक बुधवार को यहां काफी संख्या में लोगों का आपरेशन होता है। उसके बाद मरीज बदतर स्थिति में यहां पड़े रहते हैं।

कहते हैं चिकित्सा प्रभारी :

यह सब समस्याएं संज्ञान में आई हैं। जल्द ही इस पर कार्य किया जाएगा। वाटर प्यूरिफायर को एक सप्ताह के अंदर चालू करा दिया जाएगा। विद्युत विभाग को आवेदन देकर एसी के लिए पर्याप्त बिजली आपूर्ति कराई जाएगी। अनियमितता बरतने वाले लोगों के खिलाफ विभाग कार्रवाई करेगा।

डा. मुकेश कुमार, चिकित्सा प्रभारी

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