ठंढ से बच्चों में बढ़ा निमोनिया का खतरा

एक सप्ताह से बढ़ी कंपकपाती ठंड ने सभी की परेशानियां बढ़ा दी है। निजी व सदर अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सदर अस्पताल में बच्चों की चिकित्सा के लिए बनी एनआईसीयू में भी बीमार बच्चों की संख्या बढ़ी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 11:39 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 11:39 PM (IST)
ठंढ से बच्चों में बढ़ा निमोनिया का खतरा
ठंढ से बच्चों में बढ़ा निमोनिया का खतरा

जागरण संवाददाता, सासाराम (रोहतास) : एक सप्ताह से बढ़ी कंपकपाती ठंड ने सभी की परेशानियां बढ़ा दी है। निजी व सदर अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सदर अस्पताल में बच्चों की चिकित्सा के लिए बनी एनआईसीयू में भी बीमार बच्चों की संख्या बढ़ी हुई है। बच्चों को भर्ती कराने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। यहां भर्ती अधिकांश बच्चों में निमोनिया के लक्षण पाए गए हैं। एक वार्मर पर दो बच्चों को इलाज करने की विवशता है। एनआइसीयू में तैनात चिकित्सकों ने बताया कि 12 वार्मर में छह वार्मर खराब पड़ा हुआ है। जिससे इलाज में परेशानी बढ़ गई है। खराब पड़े वार्मरों को रिपेयरिग कराए जाने के बाद भी कुछ दिनों में ही वह पुन: खराब हो जाता है। फिलहाल एनआइसीयू के छह वार्मरों पर सात बच्चों को इलाज के लिए भर्ती किया गया है। पीडियाट्रिक वार्ड में निमोनिया और खांसी से पीड़ित चार बच्चे भर्ती हैं। इनमें करमडिहरी के राम प्रसाद चौधरी के पांच माह के बच्चे को निमोनिया की शिकायत पर भर्ती कराया गया है। एसीएमओ डा.अशोक कुमार सिंह ने बताया कि इस मौसम में बच्चे सर्दी, खांसी बुखार की चपेट में आ रहे हैं। जिससे उन्हें सबसे अधिक खतरा निमोनिया से होता है। वर्तमान में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का भी दौर चल रहा है, ऐसे में बच्चों को विशेष ख्याल रखने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में बच्चों में उल्टी व दस्त की शिकायत बढ़ जाती है। सदर अस्पताल के ओपीडी में हर रोज छह सौ से सात सौ मरीज हर रोज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें अधिकांश सर्दी खांसी के मरीज रह रहे हैं। गुरुवार को भी में ठंढ लगने से बीमार नूरनगंज की विध्याचली देवी समेत कई अन्य मरीज इलाज के लिए भर्ती कराई गई।

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