एक साथ सजी तीन पीढि़यों की सात चिताएं, रो पड़े हजारों लोग

पश्चिम बंगाल में हुई सड़क दुर्घटना में भाेजपुर के एक ही परिवार के सात लोग मारे गए थे। गुरुवार को उनका सामूहिक अंतिम संस्कार भोजपुर में किया गया।

By Amit AlokEdited By: Publish:Thu, 23 Mar 2017 07:02 PM (IST) Updated:Fri, 24 Mar 2017 10:35 PM (IST)
एक साथ सजी तीन पीढि़यों की सात चिताएं, रो पड़े हजारों लोग
एक साथ सजी तीन पीढि़यों की सात चिताएं, रो पड़े हजारों लोग

भोजपुर [अनिल सिंह]। पावन गंगा के नेकनामटोला-केशोपुर स्थित मुक्ति धाम घाट पर गुरुवार को एक ही परिवार की तीन पीढि़यों के सात शव तीन चिताओं पर भस्म हो पंच तत्व में विलीन हो गए। इस हृदयविदारक दृश्य को देखकर हजारों लोग रो पड़े। परिवार के नलिन सिंह उर्फ साजन ने एक साथ जब सात शवों को मुखाग्नि दी तो जन सैलाब की आंखें भर आई।

विदित हो कि बीते दिन भोजपुर जिला के बड़का लौहर गांव निवासी रेलवे सुरक्षा बल के कमांडेंट (डीएससी) शेष नाथ सिंह के साथ परिवार के कुल सात लोगों की पश्चिम बंगाल में हुए सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई थी। गुरुवार को नेकनामटोला-केशोपुर स्थित मुक्ति धाम घाट पर उन सबों का अंतिम संस्कार संपन्न हुआ।

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बड़का लौहर निवासी किसान स्व. मुनी सिंह के इकलौते पुत्र शेषनाथ सिंह (60) अपनी पत्नी निर्मला देवी (58), बड़े पुत्र राजन कुमार सिंह (40), पुत्रवधु रेशमी देवी उर्फ रेशु देवी (38), बड़ी पोती रिया कुमारी (13), दूसरी पोती अनन्या कुमारी (10) तथा पोता आरण्य उर्फ आरव (8) के साथ पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिला अंतर्गत रफतल्ला में थे। वे अपनी नई गाड़ी की पूजा करने चंडी स्थान गए थे। लौटते वक्‍त अचानक अलकतरा से लदी एक टैंकर के अनियंत्रित हो कर उनकी कार पर पलट गई।

शेषनाथ सिंह आरपीएफ में कमान्डेन्ट के पद पर हाजीपुर रेलवे मुख्यालय में तैनात थे। वे इसी महीने 31 मार्च को अवकाश प्राप्त करने वाले थे। उनके पुत्र राजन सिंह भी आरपीएफ में इंस्‍पेक्‍टर के पद पर हावड़ा में तैनात थे। 

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