शराब धंधेबाजों पर नजर रखने के लिए डाटा बेस तैयार करेगी सिवान पुलिस, उत्पाद विभाग भी देगा साथ

उत्पाद विभाग और जिला पुलिस शराब के धंधेबाजों उनका डाटाबेस तैयार करेगी। इसके लिए निर्धारित बिंदुवार रोस्टर तैयार किया जा रहा है। धंधेबाजों का पूरा ब्योरा इकट्ठा किया जा रहा है। इसमें धंधेबाजों का फोटाग्राफ आधार कार्ड आदि भी शामिल होगा।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 25 Jan 2022 05:15 PM (IST) Updated:Tue, 25 Jan 2022 05:15 PM (IST)
शराब धंधेबाजों पर नजर रखने के लिए डाटा बेस तैयार करेगी सिवान पुलिस, उत्पाद विभाग भी देगा साथ
शराब धंधेबाजों का डाटा बेस तैयार कर रही है सिवान पुलिस। सांकेतिक तस्वीर।

जासं, सिवान: शराबबंदी को प्रभावी ढंग से लागू करने व इससे जुड़े धंधेबाजों पर नजर रखने के लिए लिए उत्पाद विभाग और जिला पुलिस उनका डाटाबेस तैयार करेगी। इसके लिए निर्धारित बिंदुवार रोस्टर तैयार किया जा रहा है। धंधेबाजों का पूरा ब्योरा इकट्ठा किया जा रहा है। इसमें धंधेबाजों का नाम, पता एवं उसका पारिवारिक इतिहास आदि गतिविधियां शामिल हैं। डाटा बेस में धंधेबाजों का फोटाग्राफ, आधार कार्ड आदि भी शामिल होगा। इसके अलावा इन धंधेबाजों का नेटवर्क भी खंगाला जा रहा है ताकि वैसे लोगों को भी चिह्नित किया जा सके जो अब तक पुलिस की निगाहों से बचे हुए हैं। जानकारी अनुसार संबंधित थानावार हाट स्पाट चिह्नित किये जा रहे हैं। इनमें वैसी जगहें शामिल हैं, जहां पूर्व में शराब निर्माण करने, बिक्री करने अथवा पीने-पिलाने की शिकायतें दर्ज हैं। 

रेड अलर्ट जोन भी रखा गया है

बता दें कि कई ऐसी जगह है, जहां कई बार शराब निर्माण, बिक्री व पीने-पिलाने की शिकायतें मिली हैं, तो उन्हों रेड अलर्ट जोन में रखा गया है। ऐसी जगहों पर शराब के धंधे को पूरी तरह से बंद करने के लिए रणनीति तैयार की गई है। 

- बड़े धंधेबाजों पर शिकंजा कसने की तैयारी - धंधेबाजों के नाम,पता, पारिवारिक इतिहास सहित अन्य गतिविधियों की होगी पूरी विवरणी

बड़े धंधेबाजों पर शिकंजा कसने की तैयारी 

बता दें कि शराब धंधे से जुड़ी बड़ी मछलियों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। इसके लिए वैसे लोगों पर नजर रखी जा रही है, जिन्होंने हाल के कुछ वर्षो में अकूत संपत्ति हासिल की है। उनका वर्तमान व पूर्व का इतिहास खंगालने की तैयारी की जा रही हैं। 

डाटा बेस में रहेगा सारी जानकारी

सिवान के उत्पाद अधीक्षक प्रियरंजन ने बताया कि शराब धंधेबाजों पर नजर रखने के लिए डाटा बेस तैयार हो रहा है। इसमें पूरा ब्योरा इट्ठा किया जा रहा है।  धंधेबाजों का नाम, पता एवं उसका पारिवारिक इतिहास आदि गतिविधियां शामिल हैं। डाटा बेस में धंधेबाजों का फोटाग्राफ, आधार कार्ड आदि भी शामिल होगा।  

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