मंत्री शीला मंडल का हाव भाव देख बोले अवध बिहारी- ये नहीं दे पाएंगी जवाब, संसदीय कार्य मंत्री ने संभाला मोर्चा

परिवहन मंत्री के बचाव में संसदीय कार्य मंत्री को मोर्चा संभालना पड़ा। सवाल यह था कि क्या राज्य में सार्थी पोर्टल काम कर रहा है? इसके माध्यम से लर्निंग लाइसेंस और लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए किसी व्यक्ति को कार्यालय नहीं जाना पड़ता है।

By Arun AsheshEdited By: Publish:Wed, 29 Mar 2023 01:53 AM (IST) Updated:Wed, 29 Mar 2023 01:53 AM (IST)
मंत्री शीला मंडल का हाव भाव देख बोले अवध बिहारी- ये नहीं दे पाएंगी जवाब, संसदीय कार्य मंत्री ने संभाला मोर्चा
शीला मंडल का हाव भाव देख बोले अवध बिहारी ये नहीं दे पाएंगी जवाब, संसदीय कार्य मंत्री ने संभाला मोर्चा

पटना, राज्य ब्यूरो। विधानसभा का आठ बार चुनाव जीत चुके अवध बिहारी चौधरी आसन पर बैठे-बैठे भांप लेते हैं कि सरकार के कौन से मंत्री जवाब दे सकते हैं और किसके जवाब से सरकार फंस सकती है। मंगलवार को उनका अनुभव काम आया। भाजपा के संजय सरावगी का अल्पसूचित प्रश्न था। परिवहन मंत्री शीला कुमारी लिखित जवाब पढ़ने के लिए खड़ी हुईं। वह रूक रूक कर बोल ही रही थीं कि संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी की ओर देखकर विधानसभा अध्यक्ष धीरे से बोले- ये नहीं दे पाएंगी जवाब।

ऐसा बोलते वक्त उन्होंने माइक से दूरी बना रखी थी, फिर भी हेडफोन के सहारे पत्रकारों के कान में पूरी बात आ ही गई। जिसके बाद। परिवहन मंत्री के बचाव में संसदीय कार्य मंत्री को मोर्चा संभालना पड़ा। सवाल यह था कि क्या राज्य में सार्थी पोर्टल काम कर रहा है? इसके माध्यम से लर्निंग लाइसेंस और लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए किसी व्यक्ति को कार्यालय नहीं जाना पड़ता है। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि यह पोर्टल बिहार में ऐक्टिव है।

चौपाई मत पढ़ दीजिएगा

सदन में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर भले ही रामचरित मानस की चर्चा नहीं करें, लेकिन भाजपा के सदस्यों को उन्हें देखते ही मानस की याद आ जाती है। मंगलवार को प्रश्नकाल में शिक्षा मंत्री जवाब देने के लिए उठे। विपक्ष की बेंच से आवाज आई-जवाब दीजिएगा। चौपाई मत पढ़िएगा। भाजपा के सदस्य बता रहे थे कि विद्यालयों के शौचालयों की हालत खराब है। शिक्षा मंत्री ने जवाब दिया कि ऐसा नहीं है कि 15-16 साल से सब ठीक चल रहा था। छह-सात महीने में सब खराब हो गया है। खनन मंत्री रामानंद यादव जवाब के समय भूल गए कि अब वह मंत्री हैं। बोल गए-अध्यक्ष महोदय, मैं मंत्रीजी को बताना चाहता हूं...।

दोनों लखीसराय के हैं

शून्यकाल में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा और राजद विधायक प्रहलाद यादव एक ही समय में बोलने लगे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आप दोनों लखीसराय के हैं। टकरा जाते हैं। खैर, पहले सिन्हा को बोलने का मौका मिला। प्रहलाद यादव ने अपनी बारी में कहा कि उन्होंने लखीसराय के एएसपी नीरज कुमार एवं अन्य के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन की सूचना दी थी। इसे पुनर्जीवित करना चाहते हैं। अध्यक्ष ने कहा कि बजट सत्र के बाद समिति की बैठक होगी। आपका मामला पुनर्जीवित हो गया।

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