राजधानी में लगा जाम तो थानेदार से डीएसपी तक होंगे जिम्मेदार

राजधानी में जाम लगने पर अब थानेदार से लेकर डीएसपी तक जिम्मेदार होंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Dec 2018 07:27 PM (IST) Updated:Mon, 17 Dec 2018 07:27 PM (IST)
राजधानी में लगा जाम तो थानेदार से डीएसपी तक होंगे जिम्मेदार
राजधानी में लगा जाम तो थानेदार से डीएसपी तक होंगे जिम्मेदार

पटना । राजधानी में जाम लगने पर अब थानेदार से लेकर डीएसपी तक जिम्मेदार होंगे। यही नहीं दुर्घटना के शिकार लोगों को नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाना पुलिस की पहली प्राथमिकता होगी। थानेदार से लेकर डीएसपी तक सभी सड़कों पर अधिक से अधिक समय व्यतीत करें। ये बातें सोमवार को जोनल आइजी नैय्यर हसनैन खान ने राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक में कहीं। उन्होंने कहा कि राजधानी में जाम की समस्या काफी गंभीर है। लिहाजा इस पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। आइजी ने समीक्षा बैठक में मौजूद यातायात एसपी, डीएसपी, एसएसपी, सार्जेट मेजर को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सड़कों पर डीएसपी नहीं दिखते। यदि उनके इलाके में जाम की समस्या दिखी तो उनसे शोकॉज पूछा जाएगा। पीक आवर में सड़कों पर सभी थानेदार, डीएसपी, सार्जेट मेजर को मौजूद रहना होगा। यदि कहीं सड़क निर्माण और मरम्मत का कार्य हो रहा है तो सबसे पहले वहां ट्रैफिक डायवर्ट करने की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। इसके लिए पहले से ही कार्ययोजना तैयार करनी होगी। बैठक के दौरान आइजी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वीवीआइपी मूवमेंट के बाद यातायात सामान्य होने के बाद ही वहां से पुलिसकर्मी हटें।

सड़क पर दुर्घटना होने पर पीड़ित व्यक्ति को संबंधित थाने की मोबाइल गाड़ी जल्द से जल्द पास के नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराये। आइजी ने कहा कि पुलिस का काम यातायात का संचालन, नियमों को तोड़ने वाले से जुर्माना और दुर्घटना के शिकार लोगों की मदद करना है। यातायात व्यवस्था के सुचारु रूप से संचालन के लिए उन्होंने एसएसपी को एक अतिरिक्त सार्जेंट मेजर के रूप में यातायात पुलिस में एक इंस्पेक्टर को भेजने का निर्देश दिया है। जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन नहीं करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। वहीं सोमवार क ो सार्जेट मेजर अनिल कुमार और उदय कुमार को पटना जिला से विरमित कर दिया गया।

chat bot
आपका साथी