बिहारियों पर टिप्‍पणी कर बुरे फंसे दिल्‍ली के CM अरविंद केजरीवाल, बिहार में मुकदमा दायर

दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बिहार में मुकदमा दर्ज हुआ है। इसमें बिहार के खिलाफ उनकी टिप्‍पणी को आधार बनाया गया है। क्‍या है पूरा मामला जानिए इस खबर में।

By Amit AlokEdited By: Publish:Fri, 18 Oct 2019 09:53 PM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 10:15 PM (IST)
बिहारियों पर टिप्‍पणी कर बुरे फंसे दिल्‍ली के CM अरविंद केजरीवाल, बिहार में मुकदमा दायर
बिहारियों पर टिप्‍पणी कर बुरे फंसे दिल्‍ली के CM अरविंद केजरीवाल, बिहार में मुकदमा दायर

पटना [जागरण टीम]। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के विरुद्ध बिहार के हाजीपुर में मुकदमा दायर किया गया है। हाजीपुर के मुख्‍य न्‍यायिक दंडाधिकारी (CJM) के कोर्ट में दायर परिवाद में उनके खिलाफ बिहार के खिलाफ टिप्‍पणी कर देश की एकता-अखंडता एवं लोकशांति को भंग करने की कोशिश के आरोप लगाए गए हैं।

वैशाली के नीतीश ने दायर किया मुकदमा

यह मुकदमा वैशाली के महुआ थाना क्षेत्र के अलीपुर मुकुंद भदवास गांव निवासी छोटेलाल राय के पुत्र नीतीश कुमार ने दायर किया है। इसमें उन्‍होंने दिल्ली के मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल (Sanjay Gandhi Memorial Hospital) में ट्रामा सेंटर (Trauma Centre) के भूमि पूजन समारोह के दौरान केजरीवाल की बिहारी प्रवासियों (Immigrant Biharis) को लेकर टिप्पणी को आधार बनाया गया है।

केजरीवाल ने कही थी ये बात

अपनी टिप्‍पणी में केजरीवाल ने कहा था बिहारी 500 रुपये का टिकट लेकर ट्रेन से दिल्ली आते हैं और पांच लाख का इलाज मुफ्त में करवा कर चले जाते हैं। अपने देश के लोग हैं, इसलिए सबका इलाज होना चाहिए। पर दिल्ली की भी अपनी क्षमता है। यह देश भर का कैसे इलाज करेगी? इसलिए पूरे देश में स्वास्थ्य सुविधाओं (Health Services) में सुधार जरूरी है।

बयान पर हुई तीखी प्रतिक्रिया

अरविंद केजरीवाल के बिहारियों को लेकर दिए इस बयान पर दिल्‍ली के साथ-साथ बिहार में भी तीखी प्रतिक्रिया हुई। दिल्‍ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता विजय गोयल (Vijay Goel) ने कहा कि बांगलादेशी (Bangladeshi) और रोहिंग्या (Rohingya) दिल्ली में रह सकते और इलाज करा सकते हैं, लेकिन केजरीवाल के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश व पूर्वांचल के लोग बाहरी हैं।

केजरीवाल ने दी ये सफाई

बाद में केजरीवाल ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि दिल्ली में इलाज या शिक्षा के लिए किसी को मना नहीं किया गया है। दिल्ली में दूर-दूर से मरीज इलाज के लिए आते हैं। सेवा कर पाएं तो हमें खुशी होती है। हमारी इच्छा यह है कि दिल्ली की तरह ही देश भर में शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार हो।

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