पत्नी, बेटी और नातिन की एक साथ मौत, बिटिया की शादी का सपना रह गया अधूरा, समस्तीपुर की घटना
समस्तीपुर मेें इस दुखद घटना के बाद बिटिया की शादी का सपना भी चकनाचूर नवंबर में ही होनी थी शादी छह साल की बिटिया की मौत से बदहवास मुंबई में रहने वाली मां और पिता पर टूटा दुखों का पहाड़।
समस्तीपुर, जासं। उजियारपुर पतैली पूर्वी पंचायत के वार्ड एक निवासी सुरेंद्र चौधरी के लिए बुधवार की रात काली रात साबित हुई । पूजा का प्रसाद खाकर पत्नी, बेटी व नातिन जो सोई। वह सदा के लिए ही सो गई। देर रात घर गिरने से तीनों की मौत उसमें दबकर हो गई । गृहस्वामी को भी इसकी जानकारी सुबह जगने पर ही हुई। एक साथ तीन मौत ने जहां प्रियंका की गोद सूनी कर दी वहीं बेटी प्रियदर्शनी के हाथ पीले करने के अरमान भी अधूरे रह गए । सुरेंद्र चौधरी की पत्नी मृतका मीना देवी की दो पुत्री प्रियंका , प्रियदर्शनी एवं एक पुत्र दुर्गेश कुमार है । बडी पुत्री प्रियंका की शादी दरभंगा जिले के बहादुर थाना अंतर्गत उघरा निवासी चंदन कुमार झा से वर्ष 2015 में हुई थी । वर्ष 2016 में उसने एक पुत्री आयुशी कुमारी को जन्म दिया । प्रियंका अपने पति एवं भाई के साथ मुंबई में रहती थी। जबकि अपनी इकलौती संतान आयुशी की बेहतर परवरिश के लिए नाना-नानी के घर ही रखा था। परंतु उसे क्या पता था कि भगवान को कुछ और ही मंजूर है। इस हादसे ने उसकी पांच वर्षीय पुत्री को छीन ले गया।
प्रियदर्शिनी के हाथ पीले करने के अरमान पर फिरा पानी
सुरेंद्र चौधरी की छोटी पुत्री प्रियदर्शनी कुमारी (23) के हाथ पीले करने का अरमान भी चकनाचूर हो गया। इसी वर्ष नवंबर में उसकी शादी की तैयारी हो चुकी थी। हादसे ने सुरेंद्र चौधरी के घर में नातिन आयुशी की किलकारियों को भी छिन लिया। पहले उसकी किलकारी से पूरा घर गुंजायमान रहा करता था। पर इस घटना ने उसे सदा के लिए खामोश कर दिया। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि बुजुर्ग सुरेंद्र चौधरी अब आगे की ङ्क्षजदगी कैसे जी पाएंगे। एक साथ पत्नी, बेटी व नातिन को खोने से वे बेसुध बने हैं। आस पड़ोस के लोग उन्हें समझाने की कोशिश कर रहेे हैं।