मानदेय नहीं मिलने से खफा मीटर रीडरों ने कंपनी के अधिकारियों को बनाया बंधक

माड़ीपुर व रामदयालु बिजली कार्यालय पर दर्जनों मीटर रीडरों ने दिया धरना। सितंबर का अब तक नहीं मिला मानदेय तीन महीने से 70 फीसद की जा रही कटौती। बाद में शीघ्र भुगतान के आश्वासन पर मीटर रीडर मान गए।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 10:57 AM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 10:57 AM (IST)
मानदेय नहीं मिलने से खफा मीटर रीडरों ने कंपनी के अधिकारियों को बनाया बंधक
शीघ्र भुगतान के आश्वासन पर मीटर रीडर मान गए।

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पर्व-त्योहार के मौके पर मानदेय भुगतान नहीं होने से खफा निजी एजेंसी के मीटर रीडरों ने बुधवार को बिजली कार्यालयों पर जमकर बवाल किया। डाटा इंगेनियस ग्लोबल एजेंसी के वायस चेयरमैन पंकज पजनी और अकाउंटेंट हेड योगेश गुप्ता को काफी देर तक बंधक बनाए रखा। बाद में शीघ्र भुगतान के आश्वासन पर मीटर रीडर मान गए। इस बीच माड़ीपुर के एक होटल में एजेंसी के दोनों अधिकारियों के ठहरे होने की जानकारी मिलने पर मीटर रीडर फिर वहां पहुंचे गए। देर रात तक जमे रहे। 

बताया जाता है कि अरबन-2 के एसकेएमसीएच, भिखनपुरा, बैरिया, भगवानपुर, बोचहां, बेला आदि इलाकों के दर्जनों मीटर रीडरों ने मानदेय की मांग को लेकर हंगामा किया। एक मीटर रीडर ने बताया कि सितंबर का मानदेय इस महीने में नहीं दिया गया। तीन महीने के मानदेय मेंं 60 से 70 फीसद तक कटौती की गई। इससे आक्रोशित मीटर रीडरों ने रामदयालु बिजली कार्यालय से निकलने के बाद कंपनी के दोनों अधिकारियों को शाम तक आरडीएस कॉलेज के समीप घेरे रखा। इसके पहले अरबन-1 कार्यालय में जाने की सूचना पर मीटर रीडर वहां धरने पर बैठ गए। फिर अधिकारी वहां से निकल कर रामदयालु पहुंचे। सभी उनका पीछा करते हुए रामदयालु पहुंच गए। कंपनी के वायस चेयरमैन पंकज पजनी ने बताया कि बिजली विभाग द्वारा मीटर रीडरों के पैसे काटे जा रहे हैं। इसे लेकर कंपनी के तरफ से भी कटौती कर दी गई है। वरीय अधिकारियों से बात कर शीघ्र मीटर रीडरों का भुगतान कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अरबन-एक और अरबन-दो के कार्यपालक अभियंता से इस मामले पर काफी देर बात हुई है। जल्द मामला सुलझा लिया जाएगा।

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