पश्‍च‍िम चंपारण के कॉलेजों में स्नातक में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू

कोरोना संक्रमण काल में दूर-दराज के छात्र-छात्राओं को आवेदन करने में हो रही काफी परेशानी साइबर कैफे बंद होने से ऑनलाइन आवेदन करने के लिए विद्यार्थी इधर से उधर भटक रहे हैं। विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार आवेदन के बाद नामांकन प्रक्रिया भी ऑनलाइन ही होगी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 06:45 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 06:45 PM (IST)
पश्‍च‍िम चंपारण के कॉलेजों में स्नातक में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू
कोरोना संक्रमण की वजह से बंद हैं कैफे आवेदन में हो रही परेशानी । प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पश्‍चिम चंपारण, जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय से संबंध प्राप्त जिले के कॉलेजों में स्नातक पार्ट वन के सत्र 2021-24 में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गया है। आवेदन 30 अप्रैल तक किया जा सकेगा। इसके लिए बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने 15 अप्रैल से पोर्टल खोल दिया था। वहीं कोरोना संक्रमण के कारण शहरी क्षेत्र से दूर के छात्र-छात्राओं को नामांकन के लिए आवेदन करने में काफी परेशानी हो रही है। साइबर कैफे बंद होने से ऑनलाइन आवेदन करने के लिए विद्यार्थी इधर से उधर भटक रहे हैं। जबकि कई छात्रों ने घर से ऑनलाइन फॉर्म भर रहे हैं। विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार आवेदन के बाद नामांकन प्रक्रिया भी ऑनलाइन ही होगी। विवि की ओर से मेधा सूची जारी की जाएगी। मेधा सूची में छात्रों को जो कॉलेज आवंटित किया जाएगा। वहां छात्र-छात्राएं नामांकन ले सकेंगे। नई गाइडलाइन के अनुसार आवेदन के समय छात्रों को अपना ईमेल आइडी और मोबाइल नंबर दर्ज करना है। छात्र-छात्राएं इस बार आवेदन में तीन कॉलेजों का चयन कर सकते है। इसके अलावा आधार नंबर भी देना है। छात्र जिस संकाय से इंटर किया है उसी में एडमिशन लेने के लिए उस विषय में 45 फीसदी अंक जरूरी है। आवेदन के लिए शुल्क छह सौ रुपये रखा गया है। वही विवि द्वारा छात्रों से अपील की गई है कि बिना ऑनलाइन आवेदन के किसी भी कॉलेज में सीधे दाखिला नहीं लेंगे। ऐसी स्थिति में वे परीक्षा से वंचित हो जाएंगे।

 स्नातक की सीटें कम और छात्र अधिक, प्रवेश को होगी मारामारी

जिले में इस साल इंटर पास हुए विद्यार्थियों की तुलना में विवि से संबंध डिग्री कॉलेजों में स्नातक की सीटों की संख्या बेहद कम है। ऐसे में, प्रत्येक सीट के लिए मारामारी तय है। कम सीटें होने की वजह से या तो कई विद्यार्थियों को इस बार प्रवेश से वंचित रहना पड़ेगा या उनको दूसरे शहरों में प्रवेश के लिए जाना होगा। तकनीकी शिक्षा के लिए भी जिले में कोई खास व्यवस्था नहीं है। जिले में करीब 33 हजार विद्यार्थियों ने इंटर की परीक्षा इस साल उत्तीर्ण की है। जबकि अंगीभूत और अनुदानित महाविद्यालयों में स्नातक प्रथम वर्ष में सीटें काफी कम है। ऐसे में, बाकी छात्र-छात्राओं को स्नातक करने के लिए अन्य विकल्प तलाशने होंगे। क्योंकि उच्च शिक्षा में जिले में चार अंगीभूत डिग्री कॉलेज हैं। इनमें बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए,बीसीए, सीएनडी, बायोटेक आदि विषयों की पढ़ाई होती है।

पीजी में 30 अप्रैल तक करें आवेदन

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से पीजी सत्र 2020-22 में नामांकन के लिए आवेदन की तिथि विस्तारित की गई है। अब छात्र-छात्राएं 30 अप्रैल तक आवेदन कर सकेंगे। पहले 15 अप्रैल तक आवेदन के लिए पोर्टल खोला गया था, लेकिन कई विषयों में आवेदकों की संख्या कम होने और छात्र संगठनों की ओर से तिथि आगे बढ़ाने की मांग पर पोर्टल को फिर से खोल दिया गया है। अब 30 अप्रैल तक प्राप्त होने वाले आवेदनों में से अंकों के आधार पर मेधा सूची जारी की जाएगी। दरअसल, पिछले वर्ष की तुलना में आधे आवेदन ही प्राप्त हुए हैं। कई विषयों में आवेदकों की संख्या सीट से भी कम है।

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