AES का कहर: SKMCH में भर्ती दो और बच्चों में एईएस की पुष्टि, पीडि़तों की संख्या पहुंची छह

एईएस से पीडि़तों की संख्या हुई छह एक की हो चुकी मौत दो की अस्पताल से छुट्टी। तीन पीडि़त बच्चों का चल रहा इलाज एक की स्थिति गंभीर।

By Murari KumarEdited By: Publish:Sun, 05 Apr 2020 08:42 PM (IST) Updated:Sun, 05 Apr 2020 08:42 PM (IST)
AES का कहर: SKMCH में भर्ती दो और बच्चों में एईएस की पुष्टि, पीडि़तों की संख्या पहुंची छह
AES का कहर: SKMCH में भर्ती दो और बच्चों में एईएस की पुष्टि, पीडि़तों की संख्या पहुंची छह

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। गर्मी की धमक के साथ ही एईएस (एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम) का कहर शुरू हो गया है। एसकेएमसीएच के पीआइसीयू वार्ड में भर्ती दो और बच्चों में एईएस की पुष्टि हुई है। इसमें पश्चिमी चंपारण के रोमी कुमार व बीरंजन कुमार शामिल हैं। हालांकि स्वस्थ होने पर बीरंजन को रविवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उसे तीन अप्रैल को भर्ती किया गया था।

 अब तक इस सीजन में एईएस पीडि़तों की संख्या छह पहुंच गई है। जिसमें सकरा सकरा प्रखंड के बाजी बुजुर्ग निवासी मुन्ना राम के पुत्र आदित्य कुमार की मौत हो चुकी है। वहीं पूर्वी चंपारण जिले के चिरैया निवासी रूपन सहनी की पुत्री सपना कुमारी के स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी मिलने पर घर जा चुकी है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार शाही ने पुष्टि करते हुए बताया कि एईएस को लेकर सभी को अलर्ट कर दिया गया है। अस्पताल में इलाज की बेहतर व्यवस्था की गई है।

दो की स्थिति में हो रहा सुधार  

गायघाट प्रखंड के रामनगर के मो. सहजैदा का पुत्र मो. खुबैद व मोतिहारी के चकिया निवासी अरहान का इलाज अभी चल रहा है। अरहान को 29 मार्च को अस्पताल लाया गया। उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। जबकि मो. खुबैद को 31 मार्च को भर्ती किया गया। लक्षण के आधार पर डॉक्टर ने एईएस का संदिग्ध मरीज मानते हुए जांच के लिए नमूना भेजा था, जिसकी रिपोर्ट शनिवार को आई।

 वहीं 31 मार्च को एईएस पीडि़त पश्चिम चंपारण के रोमी कुमार को भर्ती किया गया। उसका भी इलाज अभी चल रहा है। चिकित्सकों की मानें तो दो की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। सभी को शरीर में ऐंठन व चमकी बुखार होने पर अस्पताल लाया गया। मालूम हो कि एईएस से बीते वर्ष 431 बच्चे बीमार होकर भर्ती हुए थे। 111 बच्चे मौत के मुंह में चले गए थे।

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