मुजफ्फरपुर: महिला की पेशाब नली काटने का मामला; स्वास्थ्य विभाग की टीम को बंद मिला नर्सिंग होम, झोलाछाप फरार

Pinky Devi Shridhi Seva Sadan Nursing Home Operation Case बिहार में किडनी कांड के बाद मुजफ्फरपुर के एक अवैध नर्सिंग होम में एक महिला के गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान पेशाब नली काटने का मामला सामने आया है।

By M RahmanEdited By: Publish:Tue, 28 Mar 2023 06:59 PM (IST) Updated:Tue, 28 Mar 2023 06:59 PM (IST)
मुजफ्फरपुर: महिला की पेशाब नली काटने का मामला; स्वास्थ्य विभाग की टीम को बंद मिला नर्सिंग होम, झोलाछाप फरार
बरियारपुर स्थित सिद्धि नर्सिंग होम की जांच के लिए पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी

सकरा (मुजफ्फरपुर), जागरण टीम: बरियारपुर थाना क्षेत्र के बहादुरपुर ग्राम निवासी देवंती देवी की पुत्री 25 वर्षीय पिंकी देवी के गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान मूत्र नली को काटने की खबर पर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम नर्सिंग होम की जांच की, जहां बरियारपुर स्थित श्रीधी नर्सिंग होम बंद पाया गया तथा झोलाछाप डॉक्‍टर फरार थे।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों मे रेफरल अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर मोहम्मद मसीहुद्दीन, स्वास्थ्य प्रबंधक संजीव कुमार ,एवं डॉक्टर जमा उल्लाह साथ में थे।

नर्सिंग होम का नहीं है रजिस्ट्रेशन, दवा दुकान की भी नहीं है अनुज्ञप्ति

उन्होंने बताया कि नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन नहीं था। साथ ही वह अपने मानक को भी पूरा नहीं करता है। एक चौकी लगाकर अंधेरे कमरे में ऑपरेशन का काम झोलाछाप के द्वारा किया जाता था।

सामने की दुकान में कुछ दवाइयां मिली है, जिससे यह साबित होता है कि उसके पास दवा दुकान की अनुज्ञप्ति भी नहीं थी। स्वास्थ्य प्रबंधक ने कहा कि ऐसे झोलाछाप के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

अवैध नर्सिंग होम्‍स पर शिकंजा कसने की तैयारी

उन्होंने कहा कि वे खुद बरियारपुर ओपी के अध्यक्ष चांदनी कुमारी सांवरिया से मिलकर क्षेत्र में चल रहे नर्सिंग होम पर शिकंजा कसने की योजना तैयार की में हैं।

उन्होंने कहा है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी आनंद मोहन के नेतृत्व में दोनों थाना के थाना अधक्ष एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक जल्द होगी तथा अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम्‍स के खिलाफ सख्‍ती बरती जाएगी।

पिंकी देवी के आवेदन पर अब तक दर्ज नहीं किया गया केस

पिंकी के मूत्र नली काटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक पिंकी के परिजन के द्वारा जो आवेदन थाने में दि‍या गया है, उस पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।

स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भी परिजनों से साक्ष्य की मांग की गई है साक्ष्‍य उपलब्ध होने पर विभाग के द्वारा भी प्राथमिकी के लिए लिखित आवेदन दि‍या जाएगा।

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