मुखिया पति का कारनामा, सामुदायिक भवन को ही बना लिया सपनों का आशियाना, जानिए मामला...

पश्चिम चंपारण के भितहां प्रखंड के भुईंधरवा पंचायत का मामला लंबे समय से भवन में रह रहा मुखिया का परिवार। लोक शिकायत निवारण कार्यालय में वाद दायर होने के बाद बढ़ी सरगर्मी।

By Murari KumarEdited By: Publish:Sat, 15 Feb 2020 06:30 PM (IST) Updated:Sat, 15 Feb 2020 06:30 PM (IST)
मुखिया पति का कारनामा, सामुदायिक भवन को ही बना लिया सपनों का आशियाना, जानिए मामला...
मुखिया पति का कारनामा, सामुदायिक भवन को ही बना लिया सपनों का आशियाना, जानिए मामला...

पश्चिम चंपारण, जेएनएन। भवन की छत पर लगा एंटीना व दरवाजे पर भीड़ देखकर शायद पहली बार में कोई धोखा खा जाए। लेकिन, यह किसी के सपनों का आशियाना नहीं बल्कि सार्वजनिक उपयोग के लिए बना सामुदायिक भवन है। भवन अतिक्रमण का शिकार है। मजे की बात यह है कि अतिक्रमण करने वाला कोई आम नहीं बल्कि पंचायत के पूर्व मुखिया सह वर्तमान मुखिया फूलबदन देवी के पति चंदेश्वर सिंह हैं।

 मामला भितहां प्रखंड के भुईधरवा पंचायत का है। वार्ड संख्या छह में सरकार ने सामुदायिक भवन का निर्माण कराया था। जिसका अतिक्रमण मुखिया पति ने  कर लिया और स्थायी रूप से यहां रहने लगे। फिलहाल, यहां मुखिया जी का पूरा परिवार रह रहा। मामले में स्थानीय अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे।

 मुखिया पति का कब्जा इस भवन में बरकरार रहता, लेकिन शेखपट्टी गांव निवासी फखरे आलम ने इसकी शिकायत अनुमंडल लोक शिकायत निवारण कार्यालय में कर दी। जब वाद की सुनवाई शुरू हुई तो धीरे-धीेरे इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को हो गई। जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। 

अक्टूबर में दायर हुआ था वाद, भवन खाली कराने का आदेश पारित 

फखरे आलम ने 30 अक्टूबर को अनुमंडल लोक शिकायत निवारण कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने भितहां बीडीओ को नोटिस कर उन्हें अपना पक्ष रखने को कहा। अधिकारियों ने इसे अतिक्रमण का मामला बताते हुए अंचलाधिकारी को स्थानांतरित करने की गुजारिश की। लेकिन, मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने वाद का निष्पादन करते हुए बीडीओ को आदेश दिया है कि सामुदायिक भवन को अतिक्रमणमुक्त कराते हुए इसे सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध कराएं। 

 इस बारे में बगहा अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी मदन कुमार ने बताया कि सामुदायिक भवन का अतिक्रमण किया गया है। अधिकारियों की रिपोर्ट में इसकी तस्दीक हुई है। वाद को निष्पादित करते हुए बीडीओ भितहां को आदेश दिया गया है कि तत्काल भवन को अतिक्रमणमुक्त कराते हुए इसे सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध कराएं। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 

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