Examination से पहले न खाएं Fast foods, इस दौरान अपने डाइट चार्ट पर ध्यान देना है बेहद जरूरी
परीक्षा के मद्देनजर बच्चों को पांच या छह बार संतुलित भोजन दिया जाना चाहिए। इसमें पेय पदार्थ को भी शामिल किया जाना चाहिए।
मुजफ्फरपुर, [ अजित कुमार]। परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। इसमें बेहतर प्रदर्शन के लिए सही खानपान जरूरी है। ऐसा, जिससे स्फूर्ति बरकरार रहे और परीक्षा भवन में नींद नहीं आए। यह उचित आहार लेने से ही संभव है। वारिष्ठ आहार विशेषज्ञ व पोषण सलाहकार प्रियंवदा अभिभावकों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह देती हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा के लिए जाने से पहले बच्चों को किसी भी कीमत पर जंक या फास्ट फूड नहीं दें। उसी तरह चीनी युक्त खाद्य पदार्थों से भी बचना चाहिए। ये शरीर को केवल कैलोरी प्रदान करते हैं। जिससे नींद आने लगती है। इनमें मौजूद रासायनिक कृत्रिम पदार्थों की वजह से निर्जलीकरण होता है। जिससे दूसरी परेशानी शुरू हो जाती है।
एकाग्रता बढ़ाने वाला आहार
बच्चों पर परीक्षा में बेहतर करने का दबाव होता है। जिससे उन्हें तनाव भी होता है। इस स्थिति में उनका खानपान ऐसा होना चाहिए जो तनाव कम करे और एकाग्रता बढ़ाए। इसलिए पोषणयुक्त भोजन परीक्षा की तैयारी का अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए। जितना बेहतर ईंधन किसी के मस्तिष्क को मिलेगा, उतना ही बेहतर अध्ययन होगा।
प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ
मांस, मछली (विशेष रूप से तैलीय मछली), अंडे, पनीर, बीन्स दालें, स्प्राउट्स, नट्स जैसे खाद्य पदार्थ को भोजन का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। अखरोट, सूरजमुखी के बीज, सूखे मेवे जैसे अंजीर, सूखा आलू बुखारा आदि को बच्चों के हर भोजन में शामिल किया जाना चाहिए। जिससे वे भूख की ऐंठन महसूस किए बिना लंबे समय तक तैयारी में जुटे रह सकें।
चाय-काॅफी मददगार नहीं
अक्सर देखा जाता है कि परीक्षा की तैयारी के दौरान बच्चे चाय या काफी का सेवन अधिक करते हैं। उनका तर्क यह होता है कि इससे नींद नहीं आएगी। हालांकि उच्च कैफीन वाले पेय के सेवन से क्षणिक प्रभाव दिखता है मगर, ठीक से काम करने के लिए दिमाग को जो ऊर्जा चाहिए वह नहीं मिल पाता है। कॉफी शाम के बजाय दिन में लेना बेहतर है। इसका अत्यधिक सेवन नहीं करें। यह जलन और नींद नहीं आने की समस्या का कारण बन सकता है। ग्रीन टी जैसे पेय या हर्बल पेय रात में सोने और शांत होने में मदद कर सकते हैं। पीने के पानी को किसी अन्य पेय पर वरीयता दी जानी चाहिए।
विवेकपूर्ण तरीके से खाएं
तैयारी के दौरान आवश्यक शारीरिक और मानसिक ऊर्जा को बनाए रखने में आयरन और विटामिन बी विशेष रूप से सहायक होता है। आयरन युक्त खाद्य पदार्थों में रेड मीट, अंडा, अनाज, चावल, चूड़ा, गुड़, सूखे मेवे जैसे किसमिस, साबुत दालें और स्प्राउट्स, गहरी हरी सब्जियां, पालक, ब्रोकली आदि को शामिल किया जा सकता है। विटामिन बी के लिए साबुत अनाज, अंडे और नट्स खाए जा सकते हैं।
पानी का उचित सेवन
1.2-1.5 लीटर तरल पदार्थ प्रतिदिन लेना चाहिए। इससे कम होने पर एकाग्रता में परेशानी होती है। चिड़चिड़ापन आने लगता है। यह तैयारी में बाधक साबित हो सकता है।
नियमित अंतराल पर खाएं
नियमित अंतराल पर भोजन लेने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व और ऊर्जा मिलता रहता है। यूं तो एक दिन में तीन बार भोजन की बात कही गई है लेकिन, परीक्षा के मद्देनजर बच्चों को पांच या छह बार संतुलित भोजन दिया जाना चाहिए। इसमें पेय पदार्थ को भी शामिल किया जाना चाहिए। छोटे भोजन में सूप, हॉट चॉकलेट ड्रिंक्स, स्प्राउट्स चाट, नारियल पानी, ढोकला, वेज पोहा / उपमा , इडली, वेज सैंडविच, पीनट बटर के साथ टोस्ट स्प्रेड, पूरे फल या फल के साथ पनीर का एक टुकड़ा आदि बेहतर विकल्प हो सकते हैं। फल सबसे अच्छे होते हैं। यह न केवल मस्तिष्क के लिए आवश्यक ईंधन प्रदान करता है बल्कि बहुत सारे जटिल कार्ब्स के साथ विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं। हर दिन कम से कम दो फल छात्रों को दिए जाना चाहिए। ये रस वाले भी हो सकते हैं। बादाम, अखरोट जैसे नट्स को बीच-बीच में दिया जाना चाहिए। हॉट चॉकलेट ड्रिंक्स नींद दूर करता है जो छात्रों को देर तक पढ़ने में मदद करता है।
केक और मीठे पेय से बचें
परीक्षा के दौरान शारीरिक गतिविधियां काफी कम हो जाती हैं। इसलिए वजन बढ़ने का खतरा होता है। लड़कियों के लिए यह बड़ा परेशान करने वाला कारक हो सकता है। इस स्थिति में कैंडी, कुकीज़, केक, मीठे पेय, सर्करा युक्त खाद्य पदार्थ भोजन में कम रहे। परिष्कृत स्टार्च जैसे मैदा, सूजी, सफेद ब्रेड, आलू, सफेद चावल आदि भी कम ही रहे तो बेहतर है । हल्का-फुल्का व्यायाम करना चाहिए। इससे न केवल भूख लगेगी वरन मस्तिष्क की कोशिकाएं भी ताज़ा रहेंगी।
परीक्षा से पहले का आहार
परीक्षा से पहले हल्का भोजन (लेकिन प्रोटीन भरपूर) लें। इसमें साबुत अनाज, ब्राउन ब्रेड, पनीर सैंडविच, भरवां पनीर और सब्जी की रोटी,एक गिलास दूध को शामिल किया जा सकता है।