उत्साह के बीच मनी बकरीद, कुर्बानी के तीन दिवसीय पर्व का हुआ आगाज

त्याग और बलिदान का पर्व बकरीद आज उत्साह के साथ मनाया गया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बलिदान के इस पर्व को शांति व सदभाव के साथ सौहार्द के वातावरण में मनाया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Aug 2018 04:32 PM (IST) Updated:Wed, 22 Aug 2018 04:32 PM (IST)
उत्साह के बीच मनी बकरीद, कुर्बानी के तीन दिवसीय पर्व का हुआ आगाज
उत्साह के बीच मनी बकरीद, कुर्बानी के तीन दिवसीय पर्व का हुआ आगाज

मुजफ्फरपुर। त्याग और बलिदान का पर्व बकरीद आज उत्साह के साथ मनाया गया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बलिदान के इस पर्व को शांति व सदभाव के साथ सौहार्द के वातावरण में मनाया। ईदगाहों में नमाज पढ़ कर खुदा से रहमत एवं देश तथा समाज के लिए अमन-चैन के साथ ही बरकत की दुआ मांगी गई। इस अवसर पर बकरों की कुर्बानी दी गई। वही पर्व के दौरान दोनों समुदायों के बीच का रिश्ता और आपसी संबंध मजबूत होता दिखा। ¨हदू समुदाय के लोगों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों के घर जाकर मुबारकबाद दी। खुदा की इबादत को उठे हजारों हाथ

त्याग एवं बलिदान का प्रतीक ईद-उल-अजहा के मौके पर खुदा की इबादत के लिए एक साथ हजारों हाथ उठे। ईदगाहों में नमाज से पहले खुदा की इबादत में तकरीर पढ़ी गई। नमाजियों ने अपनी और अपने परिवार की सलामती के साथ ही समाज में शांति, सुख-चैन, भाईचारा और समृद्धि की दुआ मांगी। खुदा की बंदगी तभी कबूल होती है जब गांव-समाज में चैन हो

सीतामढ़ी शहर से सटे आजाद चौक मेहसौल स्थित ईदगाह में ईद-उल अजहा की नमाज के लिए भारी भीड़ उमड़ी रहीं। ईदगाह से लेकर सड़क तक लोगों ने बैठ कर ईद उल अजहा की नमाज अता की। इस दौरान मुस्लिम धर्मगुरुओं ने समाज में अमन-चैन की अपील की। कहा कि बकरीद कुर्बानियों का त्योहार है। लेकिन खुदा तभी कुर्बानी कबूल करेगा जब गांव-समाज के भाई-बंधु सुखी हो। अमन व चैन हो। धन के हिस्से पर चर्चा करते हुए बताया गया कि एक हिस्सा अपने लिए, दूसरा पड़ोसी व तीसरा हिस्सा दीन-दुखियों को दान करे। तभी बरकत मिलेगी। धर्म गुरुओं ने अल्लाह के बंदों से नेकी की राह पर चलने की अपील की। नमाज के बाद घरों में दी गई कुर्बानी

सुबह आठ बजे सामूहिक नमाज के बाद घरों में बकरे की कुर्बानी दी गई। ऐसी मान्यता है कि इस मौके पर कुर्बानी देने से खुदा खुश होते हैं और लोगों की गलतियां माफ कर बरकत देते हैं। इस मौके पर कुर्बानी देने वाले लोग गरीबों के घरों में उसमें से हिस्सा देते हैं। इस पर्व की परंपरा आपसी भाईचारे एवं समाज में शांति बढ़ाता है। गले मिलकर मुबारकबाद देकर गरीब और अमीर के बीच फर्क को मिटा देते हैं। बच्चों में दिखा उत्साह

बकरीद पर्व को लेकर बच्चों में जबरदस्त उत्साह दिखा। कुछ बच्चों ने नमाज में भाग लिया तो कुछ बच्चे नमाज के बाद आजाद चौक स्थित ईदगाह के पास लगे मेले का लुत्फ उठाते नजर आए। यहीं हाल मेहसौल व राजोपट्टी समेत कई इलाकों में दिखी। बच्चों ने पर्व की खुशियां बांट मस्ती काटी।

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सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था

बकरीद पर्व के अवसर पर नमाज को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। शहर समेत जिले के विभिन्न ईदगाहों एवं मस्जिदों के समीप मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी और सशस्त्र बल को तैनात किया गया था। इसके अलावा विभिन्न चौक-चौराहों पर जवानों को तैनात किया गया था। आजाद चौक पर एसडीओ सतेंद्र प्रसाद, एसडीपीओ डॉ. कुमार वीर धीरेंद्र, सर्किल इंस्पेक्टर मुकेश चंद्र कुंवर व अन्य पुलिस अधिकारी क्यूआरटी जवान के साथ तैनात रहे। नमाज के दौरान कई रूटों में आवागमन बाधित रहा। बकरीद के मद्देनजर सीतामढ़ी जिले के डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह व एसपी विकास वर्मन ने अधिकारियों के साथ जिले के विभिन्न इलाकों का दौरा कर विधि व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिया। डीएम-एसपी ने प्रशासनिक स्तर पर की गई व्यवस्था का भी जायजा लिया।

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