जर्जर एनएच के खिलाफ मधेपुरा कॉलेज के छात्रों ने निकाला मार्च

मधेपुरा। जर्जर एनएच 106 व 107 के निर्माण को लेकर हर ओर आंदोलन हो रहा है। उसी कड़ी म

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Aug 2019 07:15 PM (IST) Updated:Thu, 22 Aug 2019 07:15 PM (IST)
जर्जर एनएच के खिलाफ मधेपुरा
कॉलेज के छात्रों ने निकाला मार्च
जर्जर एनएच के खिलाफ मधेपुरा कॉलेज के छात्रों ने निकाला मार्च

मधेपुरा। जर्जर एनएच 106 व 107 के निर्माण को लेकर हर ओर आंदोलन हो रहा है। उसी कड़ी में गुरुवार को मधेपुरा कॉलेज कौशल्या के छात्र- छात्राओं के साथ शिक्षक एवं कर्मचारियों ने मार्च निकाला। आंदोलन के समर्थन में नारेबाजी भी की गई। मार्च के दौरान प्रधानमंत्री से सवाल किया गया कि 18 वर्ष से हम लोग आश्वासन ही सुन रहे हैं। लेकिन आज तक सड़क निर्माण नहीं हो सका। 18 वर्ष पूर्व जब मधेपुरा में एनएच बनाने की घोषणा हुई तो आमजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। लेकिन आज तक सपना साकार नहीं हो सका। दुर्भाग्यवश वर्ष 2008 में नेपाल के कुशहा में बांध टूटने से जो तबाही मधेपुरा को हुई वह विश्व स्तरीय घटना बनी थी। मधेपुरा की तमाम सड़कें जीर्णशीर्ण हो गई। लोगों में एक आशा की किरण फिर से जगी अब मधेपुरा की सड़कें का जीर्णोद्धार व नव निर्माण होगा। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। आए दिन सड़क पर बने गढ्ढे से जान-माल को काफी क्षति पहुंचती है। आंकड़े बताते हैं की प्रतिवर्ष सैकड़ों की संख्या में जान माल की क्षति हुई है। बार-बार मंत्रियों एवं विभिन्न जनप्रतिनिधियों विभिन्न मंचों से आश्वासन और शिलान्यास होते और मिलते रहे। लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात साबित हुआ। हाल ही में में बीपी मंडल स्टेडियम में केंद्र सरकार के केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आए थे। लेकिन उनकी घोषणा भी सच साबित नहीं हो सका। मधेपुरा के जनमानस लाचार और विवश होकर स्वत: आंदोलन में कूद पड़े हैं। कारण उन्हें जनप्रतिनिधियों और मंत्रियों की घोषणा को बार-बार झूठा होते देखने को मिला है। आंदोलन के माध्यम से एनएच 106 और 107 से जुड़े लोग माननीय प्रधानमंत्री से आग्रह करते हैं की स्वयं वे मधेपुरा के गढ्ढानुमा सड़कों की ओर ध्यान दें। एक ओर राज्य एवं केंद्र के विकास की बात नित्य हो रही है वहीं कोसी का भाग इससे अछूता है। छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि मधेपुरा में जो जन आंदोलन आरंभ हुआ है इस आंदोलन को और तेज करने की जरूरत है। बिहपुर से बीरपुर एनएच 106 तथा महेशखूंट से पूर्णिया एनएच 107 से जुड़े तमाम आवाम को इस जन आंदोलन में कूदने की जरूरत है। ताकि माननीय प्रधानमंत्री का ध्यान इस ओर आकृष्ट हो सके। आंदोलन को समर्थन देने महाविद्यालय के उपाचार्य डॉ. भगवान कुमार मिश्रा, मनोज भटनागर, अभय कुमार, मुकेश कुमार, आरती झा, चन्देश्वरी प्रसाद यादव, बृजेश सिंह, शशि सिंह, तरुण कुमार, रिकी, मधु, लता, श्यामली, पुष्पा, किरण, रेखा आदि शामिल हुए।

chat bot
आपका साथी