ट्रेड यूनियनों की हड़ताल से बैंकों में ठप रहा कामकाज

मधेपुरा। जिले में ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर श्रम कानूनों में संसोधनों के विरूद्ध आयोजित बन्द का व्

By Edited By: Publish:Thu, 03 Sep 2015 01:00 AM (IST) Updated:Thu, 03 Sep 2015 01:00 AM (IST)
ट्रेड यूनियनों की हड़ताल से बैंकों में ठप रहा कामकाज

मधेपुरा। जिले में ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर श्रम कानूनों में संसोधनों के विरूद्ध आयोजित बन्द का व्यापक असर बैंकों और जीवन बीमा निगम के कार्यालय में देखने को मिला। बन्द के दौरान भाकपा, माकपा एवं माले ने मुख्य मार्ग पर अलग अलग प्रदर्शन कर सड़क जाम किया और कई अन्य कार्यालयों को भी बंद कराया।

यहां ट्रेड यूनियन के आह्वान पर जीवन बीमा निगम कार्यालय और स्टेट बैंक छोड़कर अन्य सभी बैंक के कर्मी हड़ताल पर रहे और बैंक के बाहर धरना प्रदर्शन और नारेबाजी करते रहे। जीवन बीमा निगम में कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजय कुमार गुप्ता एवं सचिव मंजेश कुमार एवं संयुक्त सचिव अजय नाथ झा ने बताया कि श्रम विरोधी कानून का विरोध के अतिरिक्त वह लोग वेतन पुनरीक्षण 2012 पर जल्दी समझौता करने शेष कर्मियों को एक बार पुन: पेंशन देने का मौका की भी मांग करते हैं। इस अवसर पर मुकुल श्रीवास्तव, मु. जसीम, अजय कुमार, राजीव कुमार, मो. शमीम आदि भी धरना पर बैठे थे।

दूसरी ओर, अखिल भारतीय श्रम संगठन एवं अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर श्रम नीति में संशोधन करने, संविदा व्यवस्था समाप्त करने, आशा, ममता, कुरियर, एम्बुलेंस चालक, सेविका, सहायिका को सरकारी सेवक घोषित करने की मांग को ले स्वास्थ्यकर्मियों ने अस्पताल के समक्ष प्रदर्शन एवं नारेबाजी की। यहां आशा जिला मंत्री रेणु कुमारी, दीपिका कुमारी, बबीता, कविता, सुभाष सुधांशू, जयप्रकाश झा, पंकज कुमार, हरेराम यादव, राजीव, मिथिलेश, किरण कुमारी, अरूणा, लाला भूपेन्द्र नारायण, जर्नादन लाल वर्मा, विजय कुमार, प्रमिला कुमारी एवं जिला मंत्री सुरेन्द्र प्रसाद यादव, नरेश कुमार यादव आदि ने जमकर नारेबाजी की। इंटक नेता संजय कुमार सिंह ने भी श्रमिकों की मांग को सही ठहराया।

श्रम संगठनों के आम हड़ताल के समर्थन में भाकपा, माकपा एवं माले तथा बिहार राज्य निर्माण कामगार यूनियन के कार्यकर्ताओं ने शहर में प्रदर्शन कर आखिर समाहरणालय के सामने सड़क जाम किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने मोटर साइकिल जुलूस निकालकर विद्युत कार्यालय, दूरभाष कर्यालय, डाक घर तथा प्रखंड एवं अनुमंडल कार्यालय को बंद करवाया। इसके बाद समाहरणालय के समक्ष रोषपूर्ण प्रदर्शन एवं सड़क जाम किया। प्रदर्शन एवं सड़क जाम का नेतृत्व भाकपा नेता प्रमोद प्रभाकर, विधाधर मुखिया, रमण कुमार, वीरेन्द्र नारायण सिंह, दिलमोहन पटेल, शंभू क्रांति आदि कर रहे थे। इन नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विरोधी नारे भी की। यहां नवीन कुमार, मुरली यादव, कृत्यानंद रजक, मो. जमील, राज कुमार आदि भी थे। इसके साथ ही बिहार राज्य निर्माण कामगार यूनियन एवं कर्मचारी फेडरेशन ने भी शहर में प्रदर्शन किया। सीपीएम नेता गणेश मानव, कामगार यूनियन के जिला मंत्री अनि लाल यादच, प्रियंका यादव, गोविन्द शर्मा, बीबी सैबुन, वासुदेव शर्मा, श्याम शर्मा आदि ने मजदूरों के निबंधन में मची गड़बड़ी और अधिक सुविधाओं की मांग की।

उधर केन्द्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर कंस्ट्रक्शन लेबर यूनियन (इंटक) मधेपुर के बैनर तले निर्माण श्रमिकों ने अपने 12 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन समाहरणालय के आगे सभा में तब्दील हो गया। प्रदर्शन का नेतृत्व जिला अध्यक्ष हीरा लाल पासवान ने किया।

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