आषाढ़ में भी जेठ की गर्मी, परेशान हो रहे स्कूली बच्चे

लखीसराय। अल सुबह से ही रोज की बढ़ती तपिश से लोग परेशान होने लगे हैं। सबसे खराब स्थिति स्

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Jul 2018 05:25 PM (IST) Updated:Fri, 20 Jul 2018 05:25 PM (IST)
आषाढ़ में भी जेठ की गर्मी, परेशान हो रहे स्कूली बच्चे
आषाढ़ में भी जेठ की गर्मी, परेशान हो रहे स्कूली बच्चे

लखीसराय। अल सुबह से ही रोज की बढ़ती तपिश से लोग परेशान होने लगे हैं। सबसे खराब स्थिति स्कूली बच्चों की है जो तपती दोपहरी में पैदल स्कूल से घर को लौटते हैं। हाथ में बस्ता और तीखी धूप का सामना करते बच्चे पसीने से लथपथ हो घर लौट रहे हैं। कई बच्चों को उल्टी, दस्त और बुखार की भी शिकायत होने लगी है। चिलचिलाती धूप और गर्मी के बढ़ते कहर से लोग परेशान होने लगे हैं। जुलाई माह की गर्मी मई एवं जून की गर्मी को भी पीछे छोड़ रही है। हाल यह है कि आषाढ़ में जेठ जैसी तपिश महसूस की जा रही है। तापमान बढ़ने के कारण सबसे अधिक स्कूली बच्चे और महिलाएं परेशान हैं। भीषण गर्मी में भी वे स्कूल जाने को मजबूर हैं। दोपहर में स्कूलों की छुट्टी होने के बाद बच्चों को उनके अभिभावक गर्मी से बचाकर किसी तरह घर वापस लेकर आ रहे हैं। ग्लोबल वार्मिंग के चलते यह समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को बड़हिया प्रखंड एवं नगर क्षेत्र में आसमान से अंगारे बरस रहे थे। पारा 40 डिग्री तक पहुंच गया था। जुलाई में भीषण गर्मी में बड़े लोगों के साथ-साथ छोटे-छोटे बच्चों को सूर्य देवता का कहर झेलने को मजबूर होना पड़ रहा है। गर्मी के कहर के चलते दिन के समय बाजारों की रौनक गायब हो गई है। स्कूल से गर्मी में लौट रहे बच्चों का बुरा हाल था। प्यास से व्याकुल और पसीने में नहाए बच्चों में गर्मी से निजात पाने के लिए जल्दी से जल्दी घर पहुंचने की होड़ दिखाई दी। पैदल और साइकिल से चलने वाले बच्चों का गर्मी के कारण बुरा हाल था। शाम के समय गर्मी में जरूर कुछ राहत मिली। विगत एक सप्ताह से वर्षा नहीं होने के कारण खेत मे लगे मकई के पौधे मुरझा गए हैं। वहीं अन्य फसलों का भी बुरा हाल है।

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