फर्जी शिक्षक मामले में मानसी और बेलदौर के बीईओ नहीं ले रहे रुचि

खगड़िया। फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र पर बहाल शिक्षकों के मामले में मानसी और बेलदौर के बीईओ की रुचि नहीं है। दो महीना पहले मुख्यालय स्तर से टीईटी प्रमाण पत्र पर बहाल शिक्षकों के प्रमाण पत्र तथा सूची की मांग की गई थी। इसके पीछे सरकार का उद्देश्य था कि टीईटी प्रमाण पत्रों की जांच करा फर्जी पाए जाने पर संबंधित शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। विभाग की ओर से बार-बार सख्ती दिखाने के बाद खगड़िया, अलौली, चौथम, परबत्ता और गोगरी प्रखंड की ओर से ही सूची तथा प्रमाण पत्र समर्पित किए गए। अब परेशानी यह है कि जब तक सभी प्रखंडों से पूरी जानकारी नहीं आ जाती, मुख्यालय को रिपोर्ट भेजने में दिक्कत है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 09:21 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 09:21 PM (IST)
फर्जी शिक्षक मामले में मानसी और बेलदौर के बीईओ नहीं ले रहे रुचि
फर्जी शिक्षक मामले में मानसी और बेलदौर के बीईओ नहीं ले रहे रुचि

खगड़िया। फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र पर बहाल शिक्षकों के मामले में मानसी और बेलदौर के बीईओ की रुचि नहीं है। दो महीना पहले मुख्यालय स्तर से टीईटी प्रमाण पत्र पर बहाल शिक्षकों के प्रमाण पत्र तथा सूची की मांग की गई थी। इसके पीछे सरकार का उद्देश्य था कि टीईटी प्रमाण पत्रों की जांच करा फर्जी पाए जाने पर संबंधित शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। विभाग की ओर से बार-बार सख्ती दिखाने के बाद खगड़िया, अलौली, चौथम, परबत्ता और गोगरी प्रखंड की ओर से ही सूची तथा प्रमाण पत्र समर्पित किए गए। अब परेशानी यह है कि जब तक सभी प्रखंडों से पूरी जानकारी नहीं आ जाती, मुख्यालय को रिपोर्ट भेजने में दिक्कत है।

मालूम हो कि दो महीना पहले मुख्यालय स्तर पर समीक्षा के दौरान सामने आया था कि फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र के आधार पर भारी संख्या में लोग शिक्षक की नौकरी पाने में सफल रहे। इस आलोक में प्राथमिकी व कार्रवाई भी हुई। पूरी संभावना है कि खगड़िया में भी दो सौ से अधिक फर्जी शिक्षक कार्यरत हैं। रिपोर्ट एक नजर में

विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खगड़िया प्रखंड की ओर से 220 टीईटी प्रमाण पत्र के साथ सूची समर्पित की गई है। इसी तरह अलौली 144, चौथम 109, परबत्ता 125 तथा गोगरी प्रखंड से 189 प्रमाण पत्र व सूची उपलब्ध कराई गई है। कोट

' सभी बीईओ को तीन बार स्मारित किया गया है। फोन से भी रिपोर्ट समर्पित करने को लेकर कहा जा जा रहा है। बड़ी समस्या है कि इन प्रखंडों में स्वतंत्र बीईओ नहीं है और एक ही बीईओ के जिम्मे कई प्रखंडों का भार है। रिपोर्ट आने पर मुख्यालय को भेजने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।'

मो. नजीबुल्लाह, स्थापना डीपीओ, शिक्षा विभाग, खगड़िया।

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