मुहर्रम को ले 305 स्थानों पर दंडाधिकारी व पुलिस बल की रहेगी तैनाती

कटिहार। शांति और सद्भावपूर्ण माहौल में मुहर्रम मनाने को लेकर जिलाधिकारी कंवल तनुज व

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Aug 2020 05:09 PM (IST) Updated:Fri, 28 Aug 2020 05:09 PM (IST)
मुहर्रम को ले 305 स्थानों पर दंडाधिकारी व पुलिस बल की रहेगी तैनाती
मुहर्रम को ले 305 स्थानों पर दंडाधिकारी व पुलिस बल की रहेगी तैनाती

कटिहार। शांति और सद्भावपूर्ण माहौल में मुहर्रम मनाने को लेकर जिलाधिकारी कंवल तनुज व पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त आदेश जारी किया है। बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी कोरोना संक्रमण को लेकर लगे लॉकडाउन के कारण ताजिया जुलूस नही निकाले जाने की अपील की है। प्रशासनिक स्तर से जारी संयुक्त आदेश में शांति व विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 305 स्थानों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके अतिरिक्त जिले में 24 स्थानों को संवेदनशील घोषित किया गया है। प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों को 30 अगस्त पूर्वाहन तक अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है। इस बार ताजिया जुलूस को लेकर प्रशासनिक स्तर से किसी तरह का लाइसेंस जारी नहीं किया जाएगा। बिना अनुमति जुलूस निकालने जाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विधि व्यवस्था पर नजर रखने को लेकर जिला एवं अनुमंडल मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं। जिला नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभार में मनोज कुमार सिंह कार्यपालक अभियंता भ्वन प्रमंडल तथा गृह रक्षा वाहिनी के जिला समादेष्टा रहेंगे। अनुमंडल पदाधिकारी व अनुमडल पुलिस पदाधिकारी अपने अपने अनुमंडल क्षेत्र में विधि व्यवस्था के संपूर्ण प्रभार में रहेंगे।

डिजिटल एप से किया जा सकेगा मरसिया का प्रसारण

बिहार राज्य सुन्नी व शिया वक्फ बोर्ड के कार्यपालक पदाधिकारी ने शांति व सदभवपूर्ण माहौल में मुहररम मनाने की अपील करते हुए इससे संबंधित दिशा निर्देश भी जारी किया है। मुहर्रम के अवसर पर लाउडस्पीकर का उपयोग नहीं करने एवं इमामबाड़ा में भीड़ भाड़ृ नहीं लगाने की अपील की है। इमामबाड़ा में होने वाले मजलिस, मरसिया व नौहा का प्रसारण जूम व अन्य डिजिटल एप के माध्यम से करने की अनुमति रहेगी। लोगों से अपने घरों में रहते हुए शारीरिक दूरी बनाते हुए मजलिस का आयोजन करने को कहा गया है। इमामबाड़ा की साज सजावट की जाएगी लेकिन लोगों का जमावड़ा नहीं लगाया जाएगा। ताजिया जुलूस के पहलाम में भी तीन लोग ही शामिल हो सकेंगे।

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