अब भी ढिबरी युग में जी रहे कई गांवों के लोग
कटिहार। बलरामपुर प्रखंड के कई गांवों के लोग आज भी ढि़बरी युग में जी रहे हैं। राजीव गांधी विद्युतीकरण
कटिहार। बलरामपुर प्रखंड के कई गांवों के लोग आज भी ढि़बरी युग में जी रहे हैं। राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना की मंथर गति से इन गांवों के लोग आज भी अंधेरे में जी रहे हैं। आजादी के बाद से ही बिजली के लिए तरस रहे लोगों के लिए बिजली आज भी दिवास्वप्न बना हुआ है। प्रखंड के किरोरा, सिहागांव, लोहागड़ा, रामपुर हरदार, शरीफनगर, महिशाल, बिजौल, कमरा, लुत्तीपुर, बलरामपुर, शाहपुर, भिमियाल एवं फतेहपुर पंचायत के अधिकांश गांव में अबतक बिजली नहीं पहुंच सकी है। सरकारी स्तर पर हो या जनप्रतिनिधि द्वारा किसी ने भी गांवों में बिजली पहुँचाने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया है। बस चुनावी मौसम में तरह तरह के वादे करने के बाद जनप्रतिनिधि क्षेत्र को ही भूल जाते हैं। बलरामपुर के लोग खुद को उपेक्षित महसूस कर रहें हैं। क्षेत्र में कई जगहों पर बिजली का खंभा तो पहुंच गया है, लेकिन तार का कोई अता पता नहीं है। कई जगहों पर दलालों के चक्कर में पड़कर लोग आर्थिक रूप से भी शोषित हो चुके हैं। बिजली के ठेकेदार भी मनमाना ढंग से कार्य कर रहें है। प्रखंड के माराडांगी, कदवाटोली, बघार, गंगापुर, धूमटोला, आचरण लालपुर, किरोरा, राजोल, पचड़ा, दत्तोल, सोनातोला, बनकोटा, झोटियापीर सहित दर्जनों गांव आज भी मध्ययुगीन काल में जीने को विवश हैं। यहां के लोग महंगे केरोसीन जलाकर अपना घर रोशन करने पर मजबूर हैं। प्रखंड निवासी सह भिमियाल पैक्स अध्यक्ष शंभु लाल यादव, बलरामपुर पैक्स अध्यक्ष डॉ. शमीम आलम, संतोष कुमार ¨सह, वीरेन्द्र ¨सह, रामसागर यादव, राम मंडल, मो. जलील, शाह आलम, शेख मोहम्मद, प्रतुल्य कुमार दास, अमोल चंद्र दास, दारा ¨सह, शिवनारायण दास, नंद कुमार दास सहित दर्जनों लोगों ने कहा कि बलरामपुर प्रखंड में राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना का हाल तरस खाने योग्य है तथा योजना के कार्यान्वयन में घोर लापरवाही बरती जा रही है। सभी ने जिलाधिकारी से बलरामपुर प्रखंड के बिजली से वंचित गांवो में अविलंब बिजली की सुविधा मुहैया कराने की मांग की है।