बोधगया में 13 अक्टूबर से शुरू होंगे बौद्धों के धार्मिक अनुष्ठान
महाबोधि मंदिर में इस साल बौद्धों के धार्मिक-आध्यात्मिक अनुष्ठान 13 अक्टूबर से शुरू होंगे। अगले साल 22 मार्च तक एक के बाद एक अनुष्ठान होंगे। इस दौरान तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाईलामा बोधगया में नौ दिनों तक प्रवास भी करेंगे। 27 दिसंबर से चार जनवरी तक उनका प्रवास होगा।
गया। महाबोधि मंदिर में इस साल बौद्धों के धार्मिक-आध्यात्मिक अनुष्ठान 13 अक्टूबर से शुरू होंगे। अगले साल 22 मार्च तक एक के बाद एक अनुष्ठान होंगे। इस दौरान तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाईलामा बोधगया में नौ दिनों तक प्रवास भी करेंगे। 27 दिसंबर से चार जनवरी तक उनका प्रवास होगा। पर्यटन मौसम के दौरान होने वाले पूजा का कार्यक्रम महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति (बीटीएमसी) द्वारा शुक्रवार को जारी किया गया। उसमें दलाईलामा द्वारा कालचक्र मैदान पर संचालित होने वाले टीचिंग का जिक्र नहीं है। 17वें करमापा उज्ञेन त्रिनले दोरजे द्वारा तेरगर बौद्धमठ के पवेलियन में काग्यू मोनलम का आयोजन किया जाता है। कार्यक्रम में उसका भी जिक्र नहीं है। चूंकि ये दोनों आयोजन मंदिर से बाहर हो रहे, इसलिए बीटीएमसी द्वारा उनका जिक्र नहीं किया गया है। तिथिवार अनुष्ठान: वर्षावास काल समाप्त होने के बाद 13 अक्टूबर को पवरना पूजा अनुष्ठानों का शुभारंभ होगा। 20 अक्टूबर को महाबोधि मंदिर समिति द्वारा महा कठिनचीवर दान समारोह का आयोजन निर्धारित है। एक से 16 नवंबर तक चीन के बौद्ध श्रद्धालुओं का वाटर लैंड पूजा होगी। 25 नवंबर से एक दिसंबर तक 28वां ग्रेट शाक्या मोनलम पूजा और दो से 13 दिसंबर तक 15 वां इंटरनेशनल त्रिपिटक सूत्त पाठ होगा। 14 से 23 दिसंबर तक काग्यू मोनलम, 25 से 31 दिसंबर तक जोनंग मोनलम और 27 दिसंबर से दो जनवरी तक गेलुक मोनलम का आयोजन तय है। चार से छह जनवरी तक थाउजेंड ऑफरिग प्रेयर, आठ से 12 जनवरी तक 9वां मनी डोंछुर मोनलम, 12 से 21 जनवरी तक तीसरा वार्षिक दरूबछेन पूजा, 14 से 17 जनवरी तक जामपेन नीमा मोनलम, 18 से 22 जनवरी तक दीहोद मोनलम, 25 जनवरी से चार फरवरी तक 31 वां निगमा मोनलम, छह से 16 फरवरी तक थाईलैंड के बौद्ध श्रद्धालुओं द्वारा पूजा, 19 से 23 फरवरी तक चौथा डोल्मा पूजा, 26 से 11 मार्च तक भूटानी बौद्ध श्रद्धालुओं की वार्षिक पूजा होगी। 22 मार्च को स्वर्ण आच्छादित गुंबद का वार्षिक समारोह आयोजित होगा। सारनाथ में भी प्रवास करेंगे दलाईलामा: नामग्याल मोनास्ट्री (बौद्ध मठ) द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार 27 दिसंबर को दलाईलामा बोधगया आएंगे। 28 से 31 दिसंबर और दो से तीन जनवरी तक कालचक्र मैदान पर उनका टीचिंग सत्र संचालित होगा। एक और चार जनवरी को पूर्णत: विश्राम करेंगे। हालांकि इस दौरान वे तिब्बत मंदिर आवासन स्थल पर बौद्ध श्रद्धालुओं व विशिष्ट लोगों से मिलेंगे। पांच से सात जनवरी तक वे सारनाथ में प्रवास करेंगे।
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