जिले को आगे रखने में इमामगंज का सराहनीय योगदान

पेज- फोटो 52 से 56 तक -प्रखंड में अबतक एक लाख 13 हजार 800 लगाए गए पौधे -जल शक्ति अभियान के तहत जल संचय के लिए 43 बोरवेल 799 सोख्ता 18 रूफ वाटर हार्वेस्टिंग व चार चेकडैम बनाए गए दर्जनों तालाब बोरवेल सोखता वाटर हार्वेस्टिंग ट्रंच निर्माण पर चल रहे कार्य जल शक्ति अभियान की रेटिंग में गया जिले को छठे एवं इमामगंज प्रखंड को जिले में पहला स्थान मिलने से अधिकारी हैं खुश संवाद सूत्र इमामगंज

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 Sep 2019 11:46 PM (IST) Updated:Mon, 16 Sep 2019 11:46 PM (IST)
जिले को आगे रखने में इमामगंज का सराहनीय योगदान
जिले को आगे रखने में इमामगंज का सराहनीय योगदान

गया । गया जिले के तीन प्रखंड क्रमश: इमामगंज, डुमरिया एवं मानपुर में भूगर्भ स्तर बहुत तेजी के साथ खिसकने पर भारत सरकार ने जल शक्ति अभियान तीनों प्रखंडो में लागू किया था। भारत सरकार ने रेटिंग में गया जिले को छठे एवं इमामगंज प्रखंड को जिले में पहला स्थान मिलने से जिले के वरीय अधिकारी एवं स्थानीय अधिकारी खुश नजर आ रहे हैं। इस प्रखंड में जल शक्ति अभियान के तहत जल संचय के लिए दर्जनों तालाब, बोरवेल, सोखता, वाटर हार्वेस्टिंग, ट्रंच, चैकडेम के अलावे पौधारोपन कर क्षेत्र में जल संचय के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। यह योजना शत प्रतिशत धरातल पर उतारने के लिए केंद्रीय टीम के जल शक्ति अभियान के सीनियर अधिकारी के साथ जिला पदाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह ने जागरूकता अभियान चलाया। वे स्वयं इन क्षेत्रो में कई कार्यक्रमों में शरीक होकर जल शक्ति अभियान कार्यक्रम में जुडने का अपील ग्रामीणो से की थी। इसी कडी में इमामगंज प्रखंड से सलैया पंचायत के ताराबारा बाध, जो की लघु सिंचाई योजना से बनाई जा रही है। डीएम ने बाइक से चलकर इस स्थल का निरीक्षण किया था। कार्य करा रही एजेंसी के संवेदक को कई दिशा निर्देश दिए थे। इस संबंध में पीओ निर्भय कुमार ने बताया कि जल शक्ति अभियान के तहत प्रखंड में अबतक एक लाख 13 हजार 800 पौधे लगाए गए है। सार्वजनिक स्थल पर पौधारोपन के तहत 13 हजार 400 पौधे लगाए गए हैं। इसके अलावा 43 बोरवेल, 799 सोखता का निर्माण, 18 रूफ वाटर हार्वेस्टिंग के अलावा बभंडीह पंचायत में मनरेगा योजना के तहत एक, दुबहल पंचायत अंतर्गत छोटका करासन में तीन एवं पकरी गुरिया पंचायत में एक चैकडेक का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया वर्षा का पानी जो इधर उधर बर्बाद हो जाता है, उसे इन चेकडैम में रख कर जलस्तर को बनाए रखने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लधु सिचाई योजना से प्रखंड में सलैया पंचायत स्थित ताराबारा बाध एवं पइन का निर्माण के साथ नौडीहा पंचायत अंतर्गत रोहवे गाव में बाध का निर्माण कराया जा रहा है। वहीं प्रखंड क्षेत्र में वन विभाग के अधिकारी द्वारा पौधारोपन एवं जल संचय के लिए ट्रंच का निर्माण तेजी के साथ कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल छाजन योजना से पोखरा एवं आहर का निर्माण कराया जा रहा है।

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गर्मी के मौसम में पानी

के लिए मचा था हाहाकार इमामगंज प्रखंड के 17 पंचायतों में गर्मी के मौसम में पानी के लिए हाहाकार मचा था। कई पंचायत के गावों में बीडीओ द्वारा टैंकर भेज कर लोगों को पानी मुहैया कराया गया था। कई गाव में तो ग्रामीण दो से तीन किलोमीटर दूर से पानी ला कर अपनी एवं पशुओं का प्यास बुझाने का कार्य करते देखे गए थे। प्रखंड के झिकटीया, सलैया, विकोपुर, विराज, मल्हारी, छकरबंधा, लावाबार पंचायत के कई गावों में भीषण जल संकट से लोगों को जूझना पड़ा था। हालात बद से बदतर होने पर जब स्थानीय समाचार पत्रो में लगातार इसका कवरेज होने लगा। इसके बाद स्थानीय अधिकारी इस समस्या के प्रति गंभीर हुए। वे जिला के वरिय अधिकारी को सूचित कर जल संकट जैसे विकराल समस्या का हल करने को लेकर विचार विमर्श करने लगे। इसके बाद जल शक्ति अभियान के तहत इसका हल कैसे निकले। इस पर कार्य शुरू हुआ। ----------

सरकारी एजेंसी का सर्वे

बता दें कि सरकार की एक एजेंसी ने गया जिला में सर्वे किया था। सर्वे में बताया गया था कि गया जिला के इमामगंज, डुमरिया एवं मानपुर प्रखंड में बहुत तेजी के साथ जल स्तर भाग रहा है। इस रिपोर्ट को सरकार गंभीर मानते हुए वर्षा का पानी संचय करने के अलावे भूगर्भ जल को बनाए रखने के लिए जल शक्ति अभियान लागू कर स्थिति को नियंत्रण करने में कारगर कदम उठाया है। अब, देखना होगा कि जल शक्ति अभियान के तहत किए या कराए जा रहे कार्य गर्मी के मौसम में प्रखंड के लोगों के लिए कितना कारगर साबित होता है। यह समय आने पर ही पता चल सकेगा।

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