गया: प्रेमिका से मिलने आए प्रेमी की मंदिर में ग्रामीणों ने करा दी शादी, बाइक पर बैठाकर ले गया दुल्‍हन

इस शादी की चर्चा पूरे इमामगंज में है। लोगों का कहना है कि गांव वालों के द्वारा काफी अच्छा फैसला लिया गया। लड़के और लड़की के परिजनों को बुलाकर सार्वजनिक चर्चा हुई। शुरुआती ना-नुकूर के बाद लड़केवालों ने भी शादी की सह‍मति दे दी।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 08:16 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 08:27 AM (IST)
गया: प्रेमिका से मिलने आए प्रेमी की मंदिर में ग्रामीणों ने करा दी शादी, बाइक पर बैठाकर ले गया दुल्‍हन
गांव के मंदिर में शादी के बाद नवदंपती, जागरण फोटो।

मानपुर(गया), संवाद सूत्र । ग्रामीणों की नजरों से बचकर प्रेमी-प्रेमिका छुप-छुपकर मिलते थे। लेकिन, प्रेमिका के गांव वालों को प्रेम कहानी की भनक लग गई। 20 जून को प्रेमी प्रेमिका के गांव पहुंचा था, जहां प्रेमिका से मिलते ही गांव वालों ने दोनों को पकड़ लिया। ग्रामीणों के चंगुल से मुक्ति पाने का प्रेमी ने काफी प्रयास किया। लेकिन, ग्रामीणों के समक्ष उसकी एक नहीं चली। प्रेमिका के घर पहुंचे प्रेमी को पकड़कर गांव वालों ने मंदिर में शादी करा दी। उसके बाद प्रेमी अपने बाइक पर बैठकर प्रेमिका को विदा करा अपने घर ले गया । यह घटना गया जिले के कोठी थाना के देवरिया गांव की है।

दोनों के परिजन भी विवाह में हुए शामिल

जानकारी के अनुसार, देवरिया गांव की एक युवती का प्यार डुमरिया थाना के बिकुआ कला गांव के विजय महतो के 25 वर्षीय पुत्र मुकेश कुमार से हो गया। दोनों में करीब एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों एक दूसरे से मिलने को व्याकुल थे। प्रेमी-प्रेमिका समझते थे कि हमलोगों की प्रेम कहानी की जानकारी किसी को नहीं  है। लेकिन प्रेमिका के गांव वालों को जानकारी हो गई। 20 जून को प्रेमिका से मिलते ही गांव वालों ने दोनों को पकड़ लिया। इसके बाद दोनों के परिजनों को गांव में बुलाया गया। सार्वजनिक स्थान पर गांव वालों के समक्ष दोनों पक्ष के लोग बैठे। काफी देर तक चर्चा हुई। पहले तो प्रेमी के स्वजनों की सहमति नहीं हुई। फिर ग्रामीणों के रुख देख प्रेमी के स्वजनों को शादी के लिए हामी भरनी पड़ी। उसके बाद गांव के ही देवी मंदिर में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दोनों की शादी कराई गई।

पूरे इमामगंज में इस शादी की चर्चा

यह शादी आजीवन बरकरार रहे इस उदेश्य से प्रेमिका के पिता ने न्यायालय की शरण ली। जहां प्रेमी-प्रेमिका के द्वारा सहमति पत्र भरा गया। उसके बाद प्रेमिका को लेकर प्रेमी अपना गांव गया। इस शादी की चर्चा पूरे इमामगंज है। लोगों का कहना है कि गांव वालों के द्वारा काफी अच्छा फैसला लिया। यह सराहनीय कदम है।

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