Bihar Politics: 'धोती-कुर्ता वाले आइएएस' ने मांझी को बनाया था मंत्री, पैंट शर्ट भी पहनते थे पूर्व सीएम

बिहार में एक मुख्‍यमंत्री हुए जिन्‍हें धोती कुर्ता वाला आइएएस कहा जाता था। उनकी सरकार में ही जीतन राम मांझी पहली बार मंंत्री बने। संयोग से मांझी भी धोती-कुर्ता ही पहनते हैं। छात्र जीवन में वे पैंट शर्ट पहनते थे।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Wed, 02 Jun 2021 09:33 AM (IST) Updated:Wed, 02 Jun 2021 02:30 PM (IST)
Bihar Politics: 'धोती-कुर्ता वाले आइएएस' ने मांझी को बनाया था मंत्री, पैंट शर्ट भी पहनते थे पूर्व सीएम
बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतन राम मांझी। फाइल फोटो

ऑनलाइन डेस्‍क, गया। बिहार की राजनीति में पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतन राम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) एक बार फिर सुर्खि‍यों में हैं। राजग में रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) का विरोध, पप्‍पू यादव की गिरफ्तारी, राज्‍य सरकार के लॉकडाउन के निर्णय पर आपत्ति से लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (RJD Supremo Lalu Prasad Yadav)  को बधाई देने जैसी बातों से मांझी लगातार चर्चा में बने हैं।

जगन्‍नाथ मिश्रा को हटा चंद्रशेखर को सौंपी गई थी सत्‍ता 

ऐसे में इस राजनेता की राजनीतिक यात्रा पर चर्चा होना भी लाजिमी है। तो बता दें कि धोती-कुर्ता पहनने वाले जीतन राम मांझी को पहली बार बिहार सरकार में मंत्री भी उसी शख्‍स ने बनाया था जिसे धोती-कुर्ता वाला आइएएस कहा जाता है। जी हां, वे थे बिहार के मुख्‍यमंत्री चंद्रशेखर सिंह (Former Chief Minister of Bihar Chandra Shekshar Singh)। वे 14 अगस्‍त 1983 से 12 मार्च 1985 तक बिहार के मुख्‍यमंत्री रहे।  

बिना लालबत्‍ती के कहीं पहुंच जाते थे चंद्रशेखर 

चंद्रशेखर सिंह की बात करें तो बिना लालबत्‍ती के चलने वाले चंद्रशेखर सिंह हमेशा धोती-कुर्ता ही पहनते थे। वे बिना किसी सूचना के कहीं भी पहुंच जाते थे। पटना की सड़कों पर वे रात में घूमते थे। इसी वजह से उन्‍हें धोती-कुर्ता वाला आइएएस कहा जाने लगा। जब तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री डॉ. जगन्‍नाथ मिश्रा से अलाकमान नाराज हो गया तो उन्‍हें हटाने का निर्णय हुआ। इसके बाद चंद्रशेखर सिंह को सत्‍ता सौंपी गई तो कांग्रेस में इंदिरा वापस लाओ आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्‍सा लेने वाले जीतन राम मांझी पर केंद्रीय नेतृत्‍व की नजर थी। उनकी सरकार में ही मांझी पहली बार मंत्री बने थे। इसके बाद वे अलग-अलग सरकार में सात बार मंत्री रह चुके हैं। मुख्‍यमंत्री भी बने लेकिन उनका पहनावा धोती कुर्ता ही रहा।अपने इंटरव्‍यू में मांझी बताते रहे हैं कि वे छात्र जीवन में पैंट शर्ट पहनते थे। लेकिन जब से राजनीति में आए धोती-कुर्ता ही पहनते हैं।  

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लंदन स्‍कूल ऑफ इकोनॉमिक्‍स में पहनने वाले थे पैंट-शर्ट

वे लंदन स्‍कूल ऑफ इकोनॉमिक्‍स एंंड पॉलिटिकल साइंस (London School of Economics and Political Science) में The Bihar Story: Resurrection of the State Inclusion and Growth विषय पर व्‍याख्‍यान दिया। लेकिन वहां भी वे अपने ही परिधान में रहे।  मालूम हो कि बिहार के मुख्‍यमंत्रियों की बात करें तोडॉ. जगन्‍नाथ मिश्रा के बाद जीतन राम मांझी ही रहे जो धोती कुर्ता में दिखे। हालांकि पूर्व के सीएम धोती-कुर्ता या पायजामा कुर्ता में दिखते रहे। लेकिन डॉ. जगन्‍नाथ मिश्रा के बाद लालू प्रसाद, और नीतीश कुमार ने धोती-कुर्ता नहीं पहना। ये नेताओं के परंपरागत परिधान माने जाने वाले पायजामा कुर्ता में दिखते रहे। समय पर अन्‍य ड्रेस में भी नजर आए। लेकिन जीतन राम मांझी आज भी धोती कुर्ता में ही नजर आते हैं। अब देखना है पारंपरिक भारतीय परिधान पहनने वाले जीतन राम मांझी बिहार की राजनीति में आने वाले दिनों में क्‍या बदलाव लाते हैं। 

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