शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम, गमगीन हुए लोग

झारखंड के बहरागोड़ा के जमशोला एनएच - 33 पर बुधवार की देर रात सड़क हादसे में नकरदेई थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव के मृत तीन लोगों को सरकार आपदा राहत कोष से चार-चार लाख रूपए व कबीर अंत्येष्टी योजना से तीन-तीन हजार रुपए देगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Aug 2018 12:09 AM (IST) Updated:Sun, 26 Aug 2018 12:09 AM (IST)
शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम, गमगीन हुए लोग
शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम, गमगीन हुए लोग

मोतिहारी। झारखंड के बहरागोड़ा के जमशोला एनएच - 33 पर बुधवार की देर रात सड़क हादसे में नकरदेई थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव के मृत तीन लोगों को सरकार आपदा राहत कोष से चार-चार लाख रूपए व कबीर अंत्येष्टी योजना से तीन-तीन हजार रुपए देगी। इसकी जानकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी आशीष कुमार मिश्रा ने दी। उन्होंने दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि बारिश के कारण दुर्भाग्यवश अंत्येष्टी में शामिल नहीं हो सका। बता दें कि 16 अगस्त को प्रखंड के चैनिया चौक से 65 महिला व पुरूष देवघर सहित अन्य कई धामों पर दस दिवसीय तीर्थयात्रा पर गये थे। इस दौरान कलकत्ता से राजगीर आने के क्रम में बस झारखंड के उक्त स्थल के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी। जिसमें विश्वनाथ महतो की पत्नी (52) चन्द्रज्योति देवी, वीरशमशेर साह की पत्नी (47) तारा देवी व जोखू राय का पुत्र (7) मनदीप की मृत्यु हो गयी थी। साथ ही करीब 35 लोग घायल हो गये थे। मृत लोगों का पोस्टमार्टम कराने के बाद शनिवार की सुबह गांव में शव आया। जिसका दाह-संस्कार कर दिया गया।

गांव में शव पहुंचते ही मच गया कोहराम, आंखे हुई नम

नकरदेई थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव के मृत तीन लोगों का शव शनिवार की अल सुबह गांव में पहुंचते ही कोहराम मच गया। एक ही गांव में करीब सौ मीटर के अंदर तीन अलग-अलग घरों के पास शव को उतारा गया तो चीत्कार मच गई। परिजन का दहाड़ मारकर रोने लगे। तब हल्की बारिश भी रो रही थी। माहौल ऐसा हो गया था कि लोग सांत्वना देने के लिए परिजनों के पास पहुंचते लेकिन स्थिति को देख उनकी आखें भी नम हो जा रही थी। चार दिनों से परिजनों के घरों में चुल्हा चौका बंद था। लोग गमगीन थे। मृतक तारा देवी के शव के तरफ देखती बेटी रीमा और मां कहकर बेहोश हो जाती। उसे देख उसकी छोटी तीन बहनें भी रोने लग रही थी। महिलाएं व लोगों का कहना था कि अब इन बच्चियों का देखभाल कौन करेगा। इनके सर से मां का साया छीन गया।

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