इस रैन बसेरे में उड़ जाती है नींद

कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। लेकिन, शहर में जरूरतमंदों व बेसहारा लोगों के ठहरने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं है।

By Edited By: Publish:Thu, 08 Dec 2016 01:52 AM (IST) Updated:Thu, 08 Dec 2016 01:52 AM (IST)
इस रैन बसेरे में उड़ जाती है नींद

दरभंगा। कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। लेकिन, शहर में जरूरतमंदों व बेसहारा लोगों के ठहरने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं है। कहने को भले ही यहां तीन-तीन रैन बसेरा हैं। लेकिन, काम का एक भी नहीं। कादिराबाद बस स्टैंड स्थित रैन बसेरा में ठहरने वालों को ठीक से नींद तक नहीं आती है। बेड की जगह ऊंचा चबुतरा बना दिया गया है। उसपर रखे बिस्तर से दूर से ही दुर्गंध आती है। कंबल की कभी धुलाई तक नहीं होती है। लोग चाहकर भी कंबल ओढ़ नहीं पाते हैं। ऐसी स्थिति में यहां ठहरने वालों को हमेशा संक्रमण का खतरा बना रहता है। एक बार जो यहां आ आता है वह फिर शायद ही कभी इस ओर देखता भी हो। यहां न तो बिजली की सुविधा है और न ही कोई इलाज की। रात्रि विश्राम करने के लिए जरूरतमंद लोग भटकते रहते हैं। कोई मंदिर में सहरा लेता है तो कोई प्लेटफार्म पर। लेकिन, वहां भी ठंड से बचने के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं गई है। यही कारण है कि ठहरने वाले लोग ठिठुरते हुए रात बिताने को मजबूर रहते हैं। दूसरा रैन बसेरा लहेरियासराय बस स्टैंड में स्थित है। लेकिन, वहां न तो विस्तर है और न कंबल। तीसरा रैन बसेरा डीएमसीएच में दूर-दराज से आए रोगियों व परिजनों के लिए है। लेकिन, यहां जरूरतमंद लोगों को ठहरने का मौका नहीं मिलता है। आश्रय विहीन लोगों के नाम पर स्थानीय लोगों ने इसे कब्जा कर रखा है। हालांकि, यहां ठहरने वालों के लिए कोई सुविधा प्रदान नहीं की गई है। ऐसी स्थिति में यहां ठहर कर कोई जान गंवाना नहीं चाहते हैं। कुशेश्वरस्थान के राजनंदन मुखिया, घनश्यामपुर के रामनारायण यादव, कुम्हौली के उदित झा, मधवापुर के मो. असफाक, विस्फी के रामचंद्र सहनी आदि ने बताया कि रात्रि हो जाने के कारण घर लौटने के लिए कोई बस नहीं मिली। इस स्थिति में कादिराबाद बस स्टैंड स्थित रैन बसेरा में ठहरने के लिए रूक गए। लेकिन, वहां की व्यवस्था ठहरने लायक नहीं है। जबकि, वहां लोगों से ठहरने के लिए भी राशि ली जाती है। -------------

महिलाओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं :

जमाना आधुनिक युग की ओर है। लेकिन, महिला बेसहारा के ठहरने के लिए इस शहर में कोई व्यवस्था नहीं है।

अगर मौजूद रैन बसेरा में महिलाएं किसी तरह से ठहर भी जाएं तो वहां सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसी स्थिति में कोई जरूरतमंद महिला उस ओर देखना भी नहीं चाहती है।

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गंदगी की है भरमार :

कादिराबाद बस स्टैंड स्थित रैन बसेरा में गंदगी की भरमार है। बगल में नाला रहने के कारण मच्छर का प्रकोप अधिक है। नियमित सफाई नहीं होने से यहां इसके अंदर ठहरना भी मुश्किल है। इसके बावजूद इसमें ठहरने वालों से अवैध वसूली की जाती है। किशोरी नगर महिला सहकारी समिति की ओर संचालित रैन बसेरा सुविधा विहीन है। हालांकि, संस्था व निगम के तालमेल से ठहरने वालों से अवैध वसूली की जाती है।

---------------बयान

आश्रय विहीन लोगों के ठहरने के लिए शहर में तीन मॉडल रैन बसेरा का निर्माण कराया जा रहा है। जो रैन बसेरा पहले से स्थित है उसे सु²ढ़ रूप से चलाने की कोशिश की जा रही है। विस्तर व कंबल की सफाई कराने का आदेश दिया गया है।

गौड़ी पासवान - मेयर, नगर निगम दरभंगा

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