जनप्रतिनिधियों ने किया प्रदर्शन, सड़क जाम

सरजापुर पंचायत के जनप्रतिनिधियों व भाकपा कार्यकर्ताओं ने किसानों को फसल क्षति का मुआजा को लेकर जाम किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 31 Oct 2017 01:47 AM (IST) Updated:Tue, 31 Oct 2017 01:47 AM (IST)
जनप्रतिनिधियों ने किया प्रदर्शन, सड़क जाम
जनप्रतिनिधियों ने किया प्रदर्शन, सड़क जाम

दरभंगा। सरजापुर पंचायत के जनप्रतिनिधियों व भाकपा कार्यकर्ताओं ने किसानों को फसल क्षति का मुआवजा देने व बाढ़ राहत सहायता राशि एवं फूड पैकेट से वंचित परिवार को शीघ्र लाभ देने की मांग को लेकर शनिवार को प्रखंड मुख्यालय पर मुखिया मो.चांद अली के नेतृत्व में घरना - प्रदर्शन कर प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताया । वहीं मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। इस दौरान जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं ने दरभंगा - जयनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 105 को प्रखंड मुख्यालय के समीप कुछ देर के लिए जामकर यातायात को अवरुद्ध कर दिया। जाम केवटी थानाध्यक्ष कौशल कुमार की पहल पर हटाया गया । मौके पर पार्टी नेता मो. बदरूज्जमा उर्फ चांद की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए भाकपा के जिला मंत्री नारायणजी झा ने कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों को राहत देने में पूरी तरह विफल है। उन्होंने मांगों की पूर्ति पर बल देते हुए इसके लिए एकजुटता का परिचय देते हुए संघर्ष का आह्वान किया ।अंचल सचिव रामचंद्र साहु ने कहा कि पूरे प्रखंड को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र प्रखंड अनुश्रवण समिति की बैठक में पारित प्रस्ताव की घोषणा के वाबजूद राहत नहीं मिलने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया । उन्होंने कहा कि सरजापुर पंचायत के अतिरिक्त कई ऐसे पंचायत है , जहां के बाढ़ पीड़ित परिवार बाढ़ राहत सहायता राशि व फूड पॉकेट से अभी तक वंचित है। वहीं किसानों के भी फसल क्षति मुआवजे का भुगतान नहीं हो सका है। उन्होंने इसके लिए सरकारी और केवटी के प्रशासनिक तंत्र को जिम्मेवार ठहराते हुए शीघ्र राहत वितरण की दिशा में आवश्यक पहल की मांग की । मौके पर ध्यानचंद्र पासवान, जावेद हैदर उर्फ लड्डन, लोकेशनाथ झा , बब्लू राय, महेन्द्र राय, सत्तन गिरी, तेज नारायण राय, भाष्कर कुमार, कफील अहमद, वदरूल नद्दाफ, मो.जलील , अवघेश कुमार राय, कैलाश मांझी समेत कई ने विचार रखा । कतिपय कारणों से बीडीओ मो.तौकीर हासमी व सीओ संतोष कुमार सुमन के कार्यालय से बाहर रहने को लेकर डीएम डॉ .चंद्रशेखर ¨सह से उक्त मुद्दे पर बातें की । डीएम ने एक नवंबर को प्रखंड मुख्यालय पर संबंधित बीडीओ व सीओ तथा पार्टी के प्रतिनिधियों के शिष्टमंडल को वार्ता के आश्वासन पर घरना - प्रदर्शन समाप्त किया गया ।

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