बिना उपयोग के ही बेकार हुई लाखों की बायोमीट्रिक मशीन

कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम की ओर से लगभग पांच माह पूर्व ही लगी बायोमीट्रिक मशीन कबाड़ बनकर वापस गोदाम पहुंच गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 12:59 AM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 12:59 AM (IST)
बिना उपयोग के ही बेकार हुई लाखों की बायोमीट्रिक मशीन
बिना उपयोग के ही बेकार हुई लाखों की बायोमीट्रिक मशीन

दरभंगा । कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम की ओर से लगभग पांच माह पूर्व ही लगी बायोमीट्रिक मशीन कबाड़ बनकर वापस गोदाम पहुंच गई। लाखों की राशि से खरीदी गई 30 मशीन बिना उपयोग के ही बेकार हो गई। शहरी क्षेत्र में सफाई कर्मियों की हाजिरी बनाने बनाने के लिए प्रत्येक दो वार्ड पर एक मशीन लगी थी। निगम के गोदाम एवं कार्यालय में एक-एक मशीन लगाई गई। एक-दो को छोड़कर प्रत्येक दो वार्ड पर लगी मशीन खराब हो चुकी है। खराब मशीनों को जमादार निगम कार्यालय में वापस कर चुके हैं। निगम कार्यालय एवं गोदाम में लगी मशीन अभी ठीक है। लेकिन, इसमें हाजिरी बनाना अनिवार्य नहीं है। यह मात्र शो-पीस बनकर रह गई है। पूर्व पार्षद प्रदीप गुप्ता कहते हैं कि लगभग तीन वर्ष पूर्व मशीन की खरीद की गई थी। खरीद के बाद भी कई माह तक मशीन गोदाम की शोभा बढ़ाती रही। बाद में पार्षदों के हंगामा करने के बाद तत्कालीन नगर आयुक्त नागेन्द्र कुमार ¨सह के निर्देश पर प्रत्येक दो वार्ड में एक मशीन लगी। लगने के बाद भी मशीन में हाजिरी बनाना अनिवार्य नहीं किया गया। वार्ड में लगे बायोमीट्रिक मशीन में बिना हाजिरी बनाएं ही सफाई कर्मियों के मानदेय को पास कर दिया जाता था। वार्ड नंबर 37 के पार्षद रियासत अली ने गड़बड़ी को उजागर करते हुए तत्कालीन नगर आयुक्त को पत्र लिखकर जानकारी दी। इसके बाद भी कार्रवाई के आश्वासन के अलावा किसी तरह की ठोस पहल नहीं की गई। पार्षद उपेन्द्र प्रसाद व शशि चन्द्र पटेल ने बताया कि नगर निगम की बैठक में हाजिरी के लिए प्रत्येक वार्ड में एक-एक बायोमीट्रिक मशीन लगाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। प्रत्येक वार्ड में मशीन लगने के साथ कार्य पर आने और जाने की हाजिरी अनिवार्य करने से काफी फायदा होगा। वहीं पार्षदों को भी सफाई कर्मियों के कार्य करने के विषय में पूर्ण जानकारी रहेगी।

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