खतरे के निशान से महज 34 सेंमी दूर गंगा, कम हुई रफ्तार

विगत कई दिनों से गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। बक्सर में जलस्तर खतरे के निशान से अब कुछ ही सेंमी के फासले पर है। हालांकि बुधवार दोपहर से रफ्तार में बेहद कमी दर्ज की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Sep 2018 06:19 PM (IST) Updated:Wed, 12 Sep 2018 06:19 PM (IST)
खतरे के निशान से महज 34 सेंमी दूर गंगा, कम हुई रफ्तार
खतरे के निशान से महज 34 सेंमी दूर गंगा, कम हुई रफ्तार

बक्सर । विगत कई दिनों से गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। बक्सर में जलस्तर खतरे के निशान से अब कुछ ही सेंमी के फासले पर है। हालांकि बुधवार दोपहर से रफ्तार में बेहद कमी दर्ज की जा रही है। बावजूद इसके जिले के दियारा इलाके की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। इसको देखते हुए प्रशासन द्वारा तमाम तैयारियां कर ली गई है।

बक्सर में गंगा अब खतरे के निशान से महज 34 सेंमी की दूरी पर है। विगत कई दिनों से लगातार हो रही जलस्तर में वृद्धि में बुधवार की दोपहर से कमी दर्ज की जा रही है। जिससे अब और अधिक बढ़ने की संभावना दिखाई नहीं दे रही। इस संबंध में केंद्रीय जल आयोग से कनीय अभियंता कन्हैया कुमार ने बताया कि विगत कई दिनों से एक सेंमी की दर से लगातार बढ़ रहे गंगा के जलस्तर में आज राहत महसूस की जा रही है। इस बीच बुधवार सुबह 6 बजे के बाद अचानक रफ्तार कम होने लगी है। सुबह आठ बजे बक्सर में 59.96 मीटर तथा अपराह्न तीन बजे 59.98 मीटर दर्ज किया गया है। रफ्तार में कमी को लेकर अब राहत मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। उधर जिले के दियारा क्षेत्र समेत तटवर्ती निचले इलाकों में कई स्थानों पर सड़क मार्ग डूब जाने की सूचना है। जिससे आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है। तथा कई गांवों का संपर्क टूट चुका है। इस संबंध में सदर एसडीओ केके उपाध्याय ने बताया कि जिला प्रशासन बाढ़ को लेकर पूरी तरह सतर्क है। जिला प्रशासन द्वारा हर पल स्थिति का आकलन किया जा रहा है। जैसे ही किसी स्थान पर राहत व बचाव की जरूरत होगी तुरत मदद पहुंचाई जाएगी। इलाहाबाद में स्थिर हुई गंगा बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता एजाज कलीम ने बताया कि इलाहाबाद से मिली सूचना के अनुसार गंगा के जलस्तर में धीमी रफ्तार से कमी दर्ज की जा रही है। जबकि, वाराणसी में जलस्तर बिल्कुल स्थिर है। बक्सर में भी लगभग स्थिर ही माना जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी जगहों के आंकड़ों पर गौर करने से इस बात का अनुमान किया जा रहा है कि कल तक बक्सर में भी जलस्तर में कमी आनी शुरू हो जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि सोन में इंद्रपुरी बराज से जिस मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है उसका बक्सर पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। बक्सर को हमेशा सिर्फ गंगा का ही डर बना रहता है।

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