हथियारों के साथ दो वांटेड गिरफ्तार

अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के वैना- जमुनीपुर गांव के समीप पुलिस ने शुक्रवार को छापेमारी कर अवैध हथियारों और गोली के साथ दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 10:31 PM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 10:31 PM (IST)
हथियारों के साथ दो वांटेड गिरफ्तार
हथियारों के साथ दो वांटेड गिरफ्तार

आरा। अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के वैना- जमुनीपुर गांव के समीप पुलिस ने शुक्रवार को छापेमारी कर अवैध हथियारों और गोली के साथ दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए अपराधियों के पास से दो देसी पिस्तौल व तीन गोली बरामद किया गया है। इसकी जानकारी भोजपुर एसपी हर किशोर राय ने शुक्रवार की शाम प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि अगिआंव बाजार थाना के अकड़ही टोला निवासी शिव यादव तथा वैना जमुनीपुर गांव निवासी बड़क पासवान को गिरफ्तार किया गया है। पहले से लूटपाट, डकैती और हत्या के करीब आठ कांडों में दागी रहे है। वर्तमान में डकैती के दौरान हत्या केस में फरार चला आ रहा था। सात सालों से पुलिस को तलाश थी। अवैध हथियारों की बरामदगी को लेकर अलग से एफआईआर दर्ज किया गया है। --

अपराध की योजना बनाते पकड़े गए

बताया जा रहा है कि अगिआंव बाजार थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि पहले से कांड में वांछित अपराधी वैना जमुनी नहर के पास अवैध हथियार से लैस होकर किसी घटना को अंजाम देने के फिराक में हैं। थानाध्यक्ष सुदेश कुमार के नेतृत्व में छापेमारी दल का गठन किया गया। छापेमारी दल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वैना जमनी नहर के पास पहुंचकर दोनों बदमाशों को घेराबंदी कर धर दबोचा गया। पकड़े गए दोनों अपराधियों की विधिवत तलाशी ली गई। उनके पास से दो देसी पिस्तौल एवं तीन जिन्दा कारतूस बरामद हुआ। इसमें एक हथियार की बनावट कार्रबाइन जैसा है। टीम में दारोगा जन्मेजय राय, चंदन कुमार, एएसआई कमलेश्वर कुमार सिंह शामिल थे।

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महंत की हत्या कर की थी लूटपाट

एसपी के अनुसार पकड़े गए दोनों अपराधियों पर भोजपुर ,बक्सर, रोहतास , छपरा एवं अरवल सहित उत्तर प्रदेश के बलिया एवं गाजीपुर जिले में लूट , डकैती एवं हत्या जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं। अभी तक करीब नौ मामले मिले हैं। साल 2013 में अगिआंव बाजार थाना के पीटरो स्थित मंदिर में घूसकर महंत की हत्या कर दी थी। साथ ही अष्टधातु की भगवान राम, लक्षमण एवं जानकी मूर्ति लूटकर फरार हो गए थे। जिसमें चार को आजीवन कारावास की सजा मिल चुकी है। जबकि, दोनों अब तक फरार थे। 1998 से ही पुलिस फाइलों में दागी रहा है। इसमें शिव यादव शातिर रहा है। उस पर सर्वाधिक केस है।

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