पीएम स्वनिधि योजना से 889 फुटपाथी दुकानदारों का बचा स्वरोजगार

आरा कोरोना की पहली लहर बाजार कई दिनों तक बंद रहे तो ठेला पर स्टील के बर्तन बेचने वाले राजू प्रसाद की पूंजी टूट गई। दोबारा व्यवसाय खड़ा करने के लिए महाजन के पास सूद पर पैसे लेने गए तो प्रति माह दस प्रतिशत का ब्याज सुन उल्टे पांव लौट गए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Jan 2022 11:54 PM (IST) Updated:Sun, 16 Jan 2022 11:54 PM (IST)
पीएम स्वनिधि योजना से 889 फुटपाथी दुकानदारों का बचा स्वरोजगार
पीएम स्वनिधि योजना से 889 फुटपाथी दुकानदारों का बचा स्वरोजगार

आरा : कोरोना की पहली लहर बाजार कई दिनों तक बंद रहे तो ठेला पर स्टील के बर्तन बेचने वाले राजू प्रसाद की पूंजी टूट गई। दोबारा व्यवसाय खड़ा करने के लिए महाजन के पास सूद पर पैसे लेने गए तो प्रति माह दस प्रतिशत का ब्याज सुन उल्टे पांव लौट गए। मुश्किल हालत में शहरी वेंडरों के कारोबार को गति देने के लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना से उन्हें मदद मिली। लगर निगम से उन्होंने संपर्क किया और उन्हें इस योजना के तहत मामूली व्याज पर दस हजार रुपये का कर्ज मिला। इससे अपने स्वरोजगार को दोबारा उन्होंने खड़ा कर लिया। राजू अकेले ऐसे दुकानदार नहीं हैं, अबतक 889 स्ट्रीट वेंडर और छोटे दुकानदार योजना से लोन लेकर अपनी रोजी-रोटी बचा चुके हैं।

शहर के स्ट्रीट वेंडरों को इस योजना का लाभ पहुंचाने के लिए निगम मुस्तैद है। सर्वेक्षण के पश्चात इस योजना से वंचित वेंडरों को बजाप्ता फोन कर बुलाया जा रहा है और उन्हें आनलाइन आवेदन करवाया जा रहा है, ताकि इस योजना का लाभ उन्हें मिल सके। काल जाने से उत्साहित वेंडर निगम पहुंच रहे हैं और अपना आवेदन आवेदन कर रहे हैं। पूर्व में कराए गए सर्वेक्षण के बाद बड़ी संख्या में लोग इस योजना से लाभांवित हुए हैं। वैसे कई लोग इस योजना से अभी तक वंचित है। उनके लिए गत 25 दिसंबर से पुन: इस योजना के लिए आवेदन का कार्य शुरू हुआ है। इस माह तक आवेदन वेंडर कर योजना का लाभ उठा सकते हैं।

---- आवेदन के लिए जरूरी कागजात : प्रधानमंत्री स्ट्रीट आत्मनिर्भर निधि योजना के लिए चंद जरूरी कागजात चाहिए। जिसमें विक्रेता का पारिवारिक डिटेल, पारिवारिक तस्वीर, बैंक पासबुक, आधार कार्ड की छायाप्रति, मोबाइल नंबर आदि है। ----- अब तक 889 लोगों को मिल चुका है लोन

गत 25 दिसंबर से जारी इस योजना के तहत लगभग 15 दिनों में 725 आवेदन प्राप्त हुआ है। इसके पूर्व 1873 वेंडरों ने लोन के लिए आवेदन अप्लाई किया है। जिसमें से 1021 वेंडरों का लोन स्वीकृत हो चुका है। इसमें से 889 को लोन मिल भी चुका है। अपने कारोबार को गति देने के लिए वेंडरों को 10 हजार का लोन मिलता है। यदि यह राशि एक साल में चुका देंगे और आगे लोन के लिए अप्लाई करेंगे तो 20 हजार और इसे भी चुका देंगे तो और राशि मिलेगी।

----- जो शहरी वेंडर अब तक आवेदन नहीं दिए वे शीघ्र आवेदन कर योजना का लाभ उठाएं। जिनका आवेदन हो चुका हैं और पहचान पत्र व विक्रय प्रमाण पत्र नहीं मिला है वे अपने आधार कार्ड के साथ नगर निगम कार्यालय आएं और पहचान पत्र व विक्रय प्रमाण पत्र प्राप्त कर लें। वहीं, जिन्होंने लोन लिया है वे समय पर बैंक में किश्त जमा कर दें, जिससे आगे जरूरत पड़ने पर बैंक से ज्यादा लोन लेने का हक हासिल कर सकें।

कृष्ण मुरारी पांडेय, नगर मिशन प्रबंधक, आरा नगर निगम।

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