आशा की उचित मांगों को मानने में टाल-मटोल कर रही सरकार

भोजपुर। बिहार राज्य आशा संघ की जिला कमेटी(एटक) की एक बैठक अजय भवन में आयोजित की गई। अध्यक्षता फातिम

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Dec 2017 06:40 PM (IST) Updated:Wed, 13 Dec 2017 03:30 PM (IST)
आशा की उचित मांगों को मानने में टाल-मटोल कर रही सरकार
आशा की उचित मांगों को मानने में टाल-मटोल कर रही सरकार

भोजपुर। बिहार राज्य आशा संघ की जिला कमेटी(एटक) की एक बैठक अजय भवन में आयोजित की गई। अध्यक्षता फातिमा जरी ने की। अपने संबोधन में संघ के राज्य महासचिव कौशलेन्द्र कुमार वर्मा ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार आशा बहनों से स्वास्थ्य संबंधी कार्य तो करा रही है। लेकिन उचित मजदूरी नहीं मिलने के कारण आशा की हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। आशा बहनों को घर से लेकर समाज तक को कोपभाजन का शिकार होना पड़ता है। बावजूद बिहार सरकार आशा की उचित मांग मानने में टाल-मटोल कर रही है। आशा के बेहतर कार्यों के कारण बाल मृत्यु दर, माताओं के स्वास्थ्य में सुधार, पोलियो उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। अपने मांगों के समर्थन में बिहार राज्य आशा संघ 18-20 दिसंबर तक मुख्यमंत्री के समक्ष तीन दिवसीय भूख हड़ताल किया जाएगा। जिला एटक नेता प्रमोद कुमार ¨सह ने कहा कि देश की पूंजीवादी, कॉरपोरेटपरस्त सरकार स्कीम वर्कर के नाम पर शोषण कर रही है। इन्हें कम से कम 18 हजार मासिक मानदेय और रिटायर के बाद पेंशन, सामाजिक सुरक्षा अनिवार्य रूप से मिलना चाहिए। अपने मांगों के समर्थन में संघ आंदोलन करेगा। बैठक में सोमा कुमारी, नीलू देवी, अंजु देवी, ¨रकु देवी, जानकी देवी, उषा देवी, मालती देवी, फूलकुमारी देवी, रीता देवी, माया देवी, सीमा देवी, साबरा बेगम, गायत्री देवी, लक्ष्मी देवी, प्रतिभा देवी, श्याम नारायण शर्मा, गजेन्द्र ¨सह, काशीनाथ यादव, संतोष कुमार आदि मौजूद थे।

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