विद्या भारती: छात्रों में राष्ट्रीयता की भावना का करें विकास, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर वक्ताओं ने यह कहा

विद्या भारती के तत्वावधान में आनंदराम ढांढानियां सरस्वती विद्या मंदिर भागलपुर में क्षेत्रीय शिक्षक-प्रशिक्षक कार्यशाला में आज भी नई राष्ट्रीय शिक्षा निति पर चर्चा हुई। इस दौरान छात्रों में राष्ट्रीयता की भावना विकसित करने पर जोर दिया गया।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Fri, 13 Aug 2021 02:58 PM (IST) Updated:Fri, 13 Aug 2021 02:58 PM (IST)
विद्या भारती: छात्रों में राष्ट्रीयता की भावना का करें विकास, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर वक्ताओं ने यह कहा
आनंदराम ढांढनिया सरस्वती विद्या मंदिर में अतिथि को सम्मानित करते प्रधानाचार्य अनंत कुमार सिन्हा।

आनलाइन डेस्क, भागलपुर। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान बिहार क्षेत्र द्वारा आनंदराम ढांढानियां सरस्वती विद्या मंदिर में चल रहे क्षेत्रीय शिक्षक प्रशिक्षक कार्यशाला का उद्घाटन विद्या भारती के सह संगठन मंत्री गोविंद चन्द्र मोहंती, अखिल भारतीय प्रशिक्षण प्रमुख अशोक पंडा, विद्या भारती बिहार के संगठन मंत्री ख्यालीराम, क्षेत्रीय सचिव मुकेश नंदन, सह सचिव नकुल शर्मा, भारती शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव प्रकाश चंद्र जायसवाल, विद्या विकास समिति झारखंड के प्रदेश सचिव अजय कुमार तिवारी, लोक शिक्षा समिति के प्रदेश सह सचिव राम लाल सिंह, भारती शिक्षा समिति के प्रदेश सह सचिव प्रदीप कुशवाहा, क्षेत्रीय प्रशिक्षण प्रमुख फणीन्द्रनाथ और प्रधानाचार्य अनंत कुमार सिन्हा ने संयुक्त रूप से किया।

इस अवसर पर गोविंद मोहंती ने चर्चात्मक सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इसके सभी बिंदुओं को लागू करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के साथ शिक्षा जो संस्कृति से जोड़कर कौशल का विकास करे एवं छात्रों में राष्ट्रीयता की भावना विकसित करे, इसकी आवश्यकता है। डायट के प्राचार्य डॉ राकेश कुमार ने शिक्षण के विभिन्न कौशल के बारे में पीपीटी से विस्तार से बताया।

इस कार्यशाला में विद्या भारती बिहार क्षेत्र के अंतर्गत संचालित होने वाले बिहार और झारखंड के विद्या मंदिरों के आचार्य, प्राचार्य एवं क्षेत्र के अधिकारी शरीक हो रहे हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा निति के क्रियान्वयन के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यशाला में बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु पीपीटी के माध्यम से शिक्षकों राष्ट्रीय शिक्षा निति की दृष्टि से प्रशिक्षित किया जा रहा है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय सचिव मुकेश नंदन ने कहा कि शिक्षा संस्कृति के अनुरूप होनी चाहिए। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी इन बातों का समावेश है। इस अवसर पर प्रदेश सचिव प्रकाश चंद्र जायसवाल, रिसोर्स पर्सन अशोक पंडा, गोविंद चंद्र व मदन मोहन मिश्र ने शिक्षण के तत्व और शिक्षा मनोविज्ञान के बारे में बताया। कार्यक्रम 13 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान आनंदराम ढांढनिया सरस्वती विद्या मंदिर के आचार्य सह मीडिया प्रभारी पंकज कुमार उपाध्याय 'गर्ग' भी उपस्थित थे।

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