सैंडिस कंपाउंड में खेल भवन के निर्माण का होगा विरोध, नेहरू स्मारक की सीढिय़ों का भी जीर्णोद्धार

सैंडिस कंपाउंड विकास समिति ने खेल भवन निर्माण पर आपत्ति जताया। नेहरू स्मारक की सीढिय़ों को एक लेवल में निर्माण करने का सुझाव दिया गया। बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड के अभियंता को कार्य रोकने को कहा गया है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Wed, 07 Oct 2020 01:41 PM (IST) Updated:Wed, 07 Oct 2020 01:41 PM (IST)
सैंडिस कंपाउंड में खेल भवन के निर्माण का होगा विरोध, नेहरू स्मारक की सीढिय़ों का भी जीर्णोद्धार
सदस्यों ने सैंडिस कंपाउंड में बड़े भवनों का निर्माण नहीं कराया जा सकता है।

भागलपुर, जेएनएन। सैंडिस कंपाउंड के पूर्वी क्षेत्र में खेल सह व्यायामशाला भवन निर्माण को लेकर सैंडिस कंपाउंड सह जयप्रकाश विकास समिति ने आपत्ति दर्ज की है। समिति के संरक्षक विनोद कुमार, उपाध्यक्ष दिलीप राय व सचिव रवि कुमार ने कार्यस्थल का निरीक्षण किया। बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड के अभियंता को कार्य रोकने को कहा गया है। यहां 6.61 करोड़ की लागत से तीन मंजिले भवन का निर्माण किया जा रहा है।

समिति सचिव रवि कुमार ने बताया कि सदस्यों ने सैंडिस कंपाउंड में बड़े भवनों का निर्माण नहीं कराया जा सकता है। कोर्ट ने सैंडिस परिसर में सुंदरीकरण कार्य करने को लेकर  फैसला सुनाया था। लेकिन, प्रशासन जहां-तहां भवनों के निर्माण को लेकर प्रयास कर रही है। इसके लिए समिति सदस्यों से कोई विचार-विमर्श तक नहीं किया गया है। जगदीशपुर सीओ की ओर से जगह आवंटित कर दी गई। इसको लेकर समिति विरोध करेगी, साथ ही अहम निर्णय लेगी।

उन्होंने कहा कि पूरे शहर में कंक्रीट का जाल बिछा हुआ है। सैंडिस कंपाउंड और जयप्रकाश उद्यान खुली जगह है जहां लोग स्वच्छ वातारण का लाभ लेने पहुंचते हैं। यहां भवन का निर्माण से हरियाली पर असर पड़ेगा।

नेहरू स्मारक के कार्यो पर खड़े हुए सवाल

जयप्रकाश उद्यान परिसर में स्मार्ट सिटी योजना से नेहरू स्मारक के जीर्णोद्वार कार्य की गुणवत्ता को लेकर जयप्रकाश उद्यान सह सैंडिस कंपाउंड विकास समिति ने शिकायत दर्ज कराई थी। जिसको लेकर बुधवार को ने स्मार्ट सिटी के अभियंता आभास रंजन के साथ समिति सदस्यों ने निरीक्षण किया। समिति के सचिव रवि कुमार ने बताया कि स्मारक की सीढिय़ों को एक लेवल में नही बनाया गया है। इससे स्मारक की सुंदरता पर असर पड़ रहा है। यहां कार्यो पर समिति की सतत निगरानी है। निर्माण कार्य की गुणवत्ता में लापरवाही हुई तो विरोध दर्ज कराया जाएगा। साथ ही अधिकारियों से जांच की मांग भी करेगी। इस दौरान सिंघल इंटरप्राइजेज के डीजीएम रंजन प्रधान ने गलतियों को स्वीकार करते हुए सुधार का आश्वासन दिया।

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