कोसी में मत्स्य पालन की संभावना अपार, विश्व बैंक देगी विस्तार

विश्व बैंक के फंड से मछली पालन का विस्तार होगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Aug 2018 12:04 AM (IST) Updated:Tue, 21 Aug 2018 12:04 AM (IST)
कोसी में मत्स्य पालन की संभावना अपार, विश्व बैंक देगी विस्तार
कोसी में मत्स्य पालन की संभावना अपार, विश्व बैंक देगी विस्तार

पूर्णिया (शैलेश): कोसी बेसिन क्षेत्र में मछली उत्पादन के अपार संभावना को देखते हुए विश्व बैंक के फंड से मछली पालन का विस्तार होगा। मत्स्य उत्पादन के विस्तार से जल्द ही लोगों को आंध्रप्रदेश व बंगाल की मछलियों से मुक्ति मिलेगा और मछली उत्पादन में क्षेत्र अव्वल होगा। विश्व बैंक स्कीम के तहत पांच साल की कार्ययोजना तैयार कर मछली पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके साथ-साथ बकरी और मुर्गी पालन को भी विस्तार देने की योजना है। इसके लिए कुल राशि 32 करोड़ 72 लाख की स्वीकृति मिली हुई है। स्कीम को धरातल पर लाने के लिए प्रथम चरण में बिहार के पांच जिला चिन्हित हैं। इसमें कोसी बेसिन क्षेत्र के शामिल पूर्णिया प्रमंडल के पूर्णिया और अररिया एवं कोसी प्रमंडल के सहरसा, सुपौल तथा मधेपुरा जिला में स्कीम संचालित किया जा रहा है। स्कीम के अंतर्गत पंचवर्षीय कार्यक्रम निर्धारित कर सभी जिलों में किसानों का ग्रुप बनाकर उसे योजना से जोड़ा जा रहा है। ग्रुप में जुड़ने वाले किसानों को मछली पालन का गुर सिखाकर मतस्य उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। ऐसे किसानों को स्कीम के तहत तालाब निर्माण, मछली का बीज पालन, मछली के खाने के लिए खाना (फीड मील) से जुड़कर मिलने वाले लाभ से अवगत कराकर योजना को विस्तार देने का काम किया जा रहा है।

तालाब निर्माण में 50 प्रतिशत अनुदान:

मत्स्य पालन के विस्तार के लिए स्कीम के तहत तालाब निर्माण के लिए 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। एक हेक्टेयर में तालाब निर्माण के लिए 9 लाख 70 हजार रुपये खर्च के हिसाब से 50 प्रतिशत राशि अनुदान स्वरूप किसानों को भुगतान कर दिया जाता है। जिला मत्स्य पदाधिकारी कृष्ण कन्हैया बताते हैं कि तालाब निर्माण के साथ-साथ मछली का बच्चा पालन एवं फीड मील के लिए भी अनुदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि पूर्णिया जिला में 2018-19 में लक्ष्य निर्धारित कर पूर्णिया पूर्व, धमदाहा, बनमनखी, अमौर, केनगर, रूपौली, भवानीपुर एवं जलालगढ़ प्रखंड में किसानों का ग्रुप बनाकर स्कीम को विस्तार दिया जा रहा है। अब तक 21 ग्रुप तैयार किया गया है, जिसमें से अब तक 13 आवेदन प्राप्त हुआ है। प्राप्त आवेदन में से 10 आवेदक को स्विकृति मिल गई है और कार्य शुरू हो गया है। कोट के लिए:-

मछली उत्पादन के क्षेत्र में किसानों को प्रोस्ताहन कर रोजगार से जोड़ने के लिए विश्व बैंक के सहयोग से मत्स्य पालन को विस्तार दिया जा रहा है। इसके लिए प्रथम चरण में पानी बहुल्य क्षेत्र कोसी बेसिन के पांच जिलों को शामिल कर योजना को संचालित किया जा रहा है। विश्व बैंक के सहयोग से क्षेत्र में मत्स्य पालन को बढ़ावा मिलेगा।

निषाद अहमद, मत्स्य निदेशक पटना

chat bot
आपका साथी