Top Bhagalpur News of the day, 7th August 2019

Top Bhagalpur News of 7th August 2019। भागलपुर की टॉप Top Tree खबरें। ताजातरीन खबरों के लिए बने रहिए हमारे साथ।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Wed, 07 Aug 2019 05:04 PM (IST) Updated:Wed, 07 Aug 2019 05:09 PM (IST)
Top Bhagalpur News of the day, 7th August 2019
Top Bhagalpur News of the day, 7th August 2019

भागलपुर [जेएनएन]। 7th August 2019 को जिले की कुछ महत्‍वपूर्ण खबरें।

गणेश यादव हत्याकांड

लोदीपुर के खुटाहा गांव में गणेश यादव की 10 जुलाई को हत्या मामले में आरोपितों पर लगातार दबिश के कारण उनमें दहशत का माहौल है। पुलिस की दबिश से आजिज होकर अस्पताल में गोली से घायल इलाजरत आरोपित सोहित यादव ने डीआइजी विकास वैभव को आवेदन देते हुए कबूल किया है कि उसने ही गणेश की गोली मारकर हत्या की है। इसमें उसके किसी परिवार वालों की संलिप्तता नहीं है। डीआइजी ने आवेदन को एसएसपी आशीष भारती के पास भेज दिया। झारखंड में सिपाही के पद पर तैनात सोहित के भाई रोहित यादव की गिरफ्तारी के लिए लगातार हो रही दबिश के कारण उनमें घबराहट है। इसको लेकर वे लोग लगातार जगह जगह आवेदन देकर परिजनों का नाम हटाने की गुहार लगा रहे हैं। सोहित का आरोप है कि गणेशी यादव की तरफ से जब गोली चली तो उन्होंने भी गोली चलाई। इसमें ही उसकी मौत हुई है। बता दें कि जिस भाई को सोहित निर्दोष बता रहा है, तकनीकी जांच में पुलिस ने उसके विरुद्ध आरोप सत्य पाया है। वह घटना के समय मौके पर मौजूद था।

स्‍मार्ट सिटी भागलपुर

सरकार की विकास योजनाओं को समय पर पूरा करने के लक्ष्य पर अफसरों की कोताही भारी पड़ रही है। बिहार के चार शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए चल रही योजनाओं की समीक्षा के दौरान यह जानकारी सामने आई। नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने भागलपुर और मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी की शून्य प्रगति पर सख्त नाराजगी जताई। मंत्री ने कहा कि भागलपुर स्मार्ट सिटी में कोई भी कार्य धरातल पर नहीं दिख रहा है। जो भी कार्य हुए वो कागजों में सिमट कर रह गए है। जबकि पटना और बिहारशरीफ को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए किए जा रहे प्रयास और योजनाओं की प्रगति पर संतोष जताया। उन्होंने भागलपुर के नगर आयुक्त को विस्तृत समीक्षा के लिए शनिवार को स्थानीय स्तर पर बैठक बुलाने के निर्देश दिया। उधर, मंत्री के समक्ष चारों स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट ने को प्रजेंटेंशन दिया।

तिमांविवि भागलपुर

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में शोध की स्थिति संतोषजनक नहीं है। इसका खुलासा पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च काउंसिल (पीजीआरसी) की बैठक में हुआ था। संस्कृत की शोध थीसिस हिन्दी में तैयार की गई थी। कुलपति डॉ. विभाष चंद्र झा ने इस पर आपत्ति की। कहा कि जब शोध संस्कृत में होना है तो थीसिस हिन्दी में क्यों तैयार की गई। कुलपति ने इस शोध थीसिस के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी। निर्देश दिया कि इसे दोबारा संस्कृत में तैयार कराया जाए। नहीं तो यह प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया जाएगा। बताया गया कि यह शोध थीसिस लगभग डेढ़ साल से रखी हुई थी। मालूम हो कि पूर्व कुलपति एनके झा के समय भी जब पीजीआरसी की बैठक हुई थी तब इस तरह की शोध थीसिस को सुधारने को कहा गया था। लेकिन इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया। शुक्रवार की बैठक में 300 शोध प्रस्ताव रखे गए। कुलपति ने संबंधित संकाय के डीन और विभागाध्यक्ष को निर्देश दिया कि पांच अगस्त तक सभी का अवलोकन कर लें। जो शोध प्रस्ताव मानकों पर सही उतरता हो, उसे अगली बैठक में रखा जाए।

 

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