घोरघट बेलीब्रिज का धंसा पहुंच पथ, पटना और भागलपुर के बीच वाहनों का परिचालन हो सकता है ठप

घोरघट बेलीब्रिज का पहुंच पथ का मिट्टी धंसने से भागलपुर-पटना के बीच आवागमन ठप होने की आशंका उतपन्न हो गई है। वहीं पुल से होकर गुजरने वाले वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका भी जताई जा रही है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 19 Oct 2020 07:42 PM (IST) Updated:Mon, 19 Oct 2020 07:42 PM (IST)
घोरघट बेलीब्रिज का धंसा पहुंच पथ, पटना और भागलपुर के बीच वाहनों का परिचालन हो सकता है ठप
भागलपुर-मुंगेर सीमा पर स्थित घोरघट बेलीब्रिज का पहुंच पथ सोमवार को धंस गया।

भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर-मुंगेर सीमा पर स्थित घोरघट बेलीब्रिज का पहुंच पथ सोमवार को धंस गया। इससे भागलपुर-पटना के बीच आवागमन ठप होने की आशंका उतपन्न हो गई है। वहीं, पुल से होकर गुजरने वाले वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका भी जताई जा रही है। किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोकने के लिए पुल निगम द्वारा पोल तथा बांस से बेली ब्रिज के एक साइड को बंद कर दिया गया है। वहीं, वाहनों को भागलपुर दिशा की तरफ एक ही साइड से चलाया जा रहा है। ज्ञात हो कि यह पुल ब्रिटिशकालीन है। इसका निर्माण सौ वर्ष पूर्व किया गया था। इस पुल की मरम्मत में अब तक करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं।

पुल निर्माण निगम ने एक साइड का रोका रास्ता

विदित हो कि नए पुल का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है। भागलपुर दिशा की ओर बेलीब्रिज के किनारे की मिट्टी के काफी कट जाने के कारण बेली ब्रिज के भी धंसने की आशंका बन गई है। किसी भी प्रकार की दुर्घटना नहीं हो, इसके लिए पुल निर्माण निगम द्वारा ब्रिज पर एक तरफ रास्ता को अवरुद्ध किया गया है। वाहनों को वन वे चलाया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर मिट्टी को जल्द भर कर बोर्डर डालकर जल्द से ठीक नहीं किया गया तो बेली ब्रिज का एक दिशा पूरी तरह से धंस जाएगा। इसके बाद वाहनों के आवागमन पर भी असर पड़ेगा। स्थानीय लोगों ने जल्द से मिट्टी की जगह पर बोल्डर भरकर बेली ब्रिज को बचाने की मांग की है।

वहीं, पुल निर्माण निगम के वरीय परियोजना अभियंता राम सुरेश राय ने बताया कि मिट़्टी खिसकने के कारण घोरघट बेलीब्रिज का पहुंच पथ धंस गया है। मिट्टी भर कर पहुंच पथ को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया गया है। मंगलवार तक काम को पूरा कर लिया जाएगा। लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए एस साइड से वाहनों का परिचालन कराया जा रहा है। वरीय अधिकारियों की टीम लगातार वहां पर मॉनीटरिंग भी कर रही है।

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