नए सत्र से सीबीएसई स्कूलों में बजेगी खेल की घंटी
नए सत्र से यह व्यवस्था लागू हो जाने पर छात्र-छात्राओं को फिजिकल स्टैमिना की कमी से उन्हें जूझना नहीं पड़ेगा। खेल से न सिर्फ बच्चे शरीर से मजबूत होंगे। बल्कि उसके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी।
भागलपुर [जेएनएन]। नए सत्र से सीबीएसई के मुख्य धारा में स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा को लागू करना अनिवार्य कर दिया गया है। अब रूटीन में अंतिम घंटी खेल की होगी। जिसमें बच्चे इन डोर से लेकर आउट डोर खेल का आनंद ले पाएंगे। ताकि उनका शारीरिक विकास हो सके। वे मोटापे का शिकार होने से बच पाएं।
नए सत्र से यह व्यवस्था लागू हो जाने पर छात्र-छात्राओं को फिजिकल स्टैमिना की कमी से उन्हें जूझना नहीं पड़ेगा। खेल से न सिर्फ बच्चे शरीर से मजबूत होंगे। बल्कि उसके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने पहली से आठवीं तक स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा के लिए हर दिन एक पीरियड अनिवार्य करने का फैसला लिया है। जो अप्रैल से लागू हो जाएगा।