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PM SHRI Yojana: पीएम श्री बना केंद्रीय विद्यालय समस्तीपुर, हाईटेक सुविधाओं के साथ होगी स्मार्ट पढ़ाई

PM SHRI School बिहार के समस्तीपुर जिले का केंद्रीय विद्यालय समस्तीपुर अब पीएम-श्री स्कूल बन गया है। मोदी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत जिले का तीसरा पीएम श्री विद्यालय बना। इससे पहले पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय पूसा का पिछले साल चयन किया गया था। नई शिक्षा नीति के तहत बेहतर शिक्षा के लिए मॉडल स्कूल की तरह सुविधा उपलब्ध होगी।

By Prakash Kumar Edited By: Mohit Tripathi Published: Fri, 24 May 2024 08:32 PM (IST)Updated: Fri, 24 May 2024 08:32 PM (IST)
विद्यालय के छात्रों और शिक्षकों में खुशी की लहर।

जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। समस्तीपुर जिले का केंद्रीय विद्यालय समस्तीपुर अब प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-श्री) विद्यालय बन गया है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पीएम श्री के तहत जिले का तीसरा पीएम श्री विद्यालय बना। इससे पहले पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय पूसा का पिछले साल चयन किया गया था।

नई शिक्षा नीति के तहत बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए मॉडल स्कूल की तरह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके लिए सरकार की ओर से शिक्षा विभाग को बजट भी आवंटित किया जाएगा।

योजना के तहत चयनित विद्यालय में प्ले ग्रुप से लेकर इंटरमीडिएट तक की कक्षाएं संचालित होगी। यह न केवल इस विद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं अभिभावक के लिए गौरव का विषय है। बल्कि क्षेत्र की जनता के लिए भी काफी उत्साहित करने वाली खबर है।

केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य जितेंद्र कुमार ने बताया कि पीएम श्री की श्रेणी में विद्यालय का नाम आया है। विद्यालय को अपग्रेड करने में आने वाला खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी। राज्य सरकार को इस योजना को अमल करने एवं निगरानी करने की जिम्मेदारी दी जाएगी।

अपग्रेड होने से छात्रों को पहले से भी बेहतर शिक्षा मिलेगी। इससे उनका भविष्य निखरेगा और वह भी शिक्षित होकर भारत के विकास में अपनी भागीदारी निभा सकेंगे।

शिक्षक डा. बैजू सिंह ने बताया कि पीएम श्री विद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सभी घटकों की झलक दिखाई देगी और यह अनुकरणीय स्कूलों की तरह काम करेंगे।

क्या है पीएम श्री योजना

पीएम श्री योजना वर्ष 2023 भारत सरकार द्वारा एक केंद्र प्रायोजित योजना है। योजना को शुरू करने की घोषणा प्रधानमंत्री ने 5 सितंबर 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर ट्वीट के माध्यम से की थी। योजना को पांच वर्षों में लागू करने का प्रस्ताव है।

योजना से चयनित विद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में मदद करेंगे। इन विद्यालयों में प्रयोगशाला, समग्र एकीकृत, वास्तविक जीवन की स्थितियों पर आधारित पढ़ाई कराई जाएगी। इसमें स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय, कौशल प्रयोगशाला, खेल का मैदान, कंप्यूटर प्रयोगशाला, विज्ञान प्रयोगशाला आदि सुविधाएं मिलेगी।

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