टोयोटा इटियॉस क्रॉस सफर एडवेंचर का

टोयोटा अपनी रणनीति को लेकर अन्य कंपनियों से एकदम अलग खड़ी नजर आती है। टोयोटा की यह अदा बहुत से भारतीयों को पसंद है और ये ऐसे लोग हैं, जिन्हें टोयोटा छोड़कर कुछ और पसंद ही नहीं आता। इटियॉस को लॉन्च करने से पहले

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Publish:Fri, 15 Apr 2016 04:54 PM (IST) Updated:Fri, 15 Apr 2016 05:05 PM (IST)
टोयोटा इटियॉस क्रॉस सफर एडवेंचर का

टोयोटा अपनी रणनीति को लेकर अन्य कंपनियों से एकदम अलग खड़ी नजर आती है। टोयोटा की यह अदा बहुत से भारतीयों को पसंद है और ये ऐसे लोग हैं, जिन्हें टोयोटा छोड़कर कुछ और पसंद ही नहीं आता। इटियॉस को लॉन्च करने से पहले टोयोटा ने भारत की हर कंडीशन में इसे टेस्ट किया था और यही वजह रही कि यह गाड़ी लुक के मामले में भले ही लोगों को पसंद नहीं आई हो, लेकिन अपने प्रदर्शन की बदौलत इसने अपना एक बाजार जरूर तैयार किया।

भारत में क्रॉस की बात करें तो इसकी शुरुआत फॉक्सवैगन ने पोलो क्रॉस के जरिए की थी और मौजूदा समय की बात करें तो यह सेगमेंट अब काफी मजबूत हो चुका है। टोयोटा ने इटियॉस क्रॉस के जरिए एक धमाकेदार शुरुआत की थी और यह कार लोगों को, खासकर ऑटो एंथूजिएस्ट को बेहद पसंद आई थी। आइए, आपको इटियॉस क्रॉस के सफर पर ले चलते हैं।


कैसा है बाहरी लुक
बाहर से देखने में इटियॉस क्रॉस एक बेहद आकर्षक कार दिखती है। इसके लुक में वह अल्हड़पन है, जो एक युवा में नजर आती है। सबसे ज्यादा प्यारी यह कार ऑरेंज रंग में लगती है। कुल मिलाकर कहें तो इटियॉस लीवा में थोड़े से बदलाव करके तैयार यह कार उन युवाओं के लिए एक बढ़िया विकल्प है, जो स्टाइलिंग और एंथूजिएज्म के मामले में एक अलग सोच रखते हैं। इसका व्हीलबेस 2560 मिलीमीटर है, जो कि काफी लंबा है। इसकी कुल लंबाई 3895 मिलीमीटर है और चौड़ाई 1735 मिलीमीटर है। इसकी ऊंचाई 1555 मिलीमीटर है, जबकि इसका ग्राउंड क्लीयरेंस 170 मिलीमीटर का है।


ड्राइविंग अनुभव


शहरी ड्राइविंग में इस कार का जवाब नहीं है। भारी ट्रैफिक का सामना यह बहुत ही सहजता के साथ करती है। लेकिन यही कार जब हाईवे पर पहुंचती है, तो इसका नेचर बिल्कुल अलग रहता है। टोयोटा की विश्वसनीयता की कसौटी पर यह पूरी तरह से खरी उतरती है। इस कार के हर वैरिएंट में स्टाइलिश 15 इंच डायमंड कट अलॉय व्हील लगे हैं, जो कि न सिर्फ इसकी छवि को मजबूत बनाते हैं, बल्कि इसकी क्षमता को और कारगर भी बनाते हैं। इस कार को मैंने दिल्ली से रोहतक तक चलाया और इसमें न सिर्फ इसकी सिटी ड्राइविंग का अंदाजा हुआ, बल्कि हाईवे की क्षमता भी पता चल गई।


इंजन और परफॉर्मेंस
इसमें एक डीजल और दूसरा पेट्रोल इंजन का विकल्प है। इसके डीजल वर्जन में 1.4 लीटर डी-4डी इंजन है, जिसकी क्षमता 1364सीसी की है। इसमें 4 सिलिंडर है जो कि सिंगल ओवरहेड कैमसाफ्ट में 8 वॉल्व के साथ फिट है और यह कॉमन रेल फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम पर काम करता है। यह इंजन 3,800 आरपीएम पर 67.06 बीएचपी की पावर प्रदान करता है, जबकि इसका टॉर्क 170 एनएम का है जो कि 1,800 से 2,400 आरपीएम के बीच में आता है।


इसका पेट्रोल इंजन 1,197 सीसी का है, जो 5600 आरपीएम पर 78.9 बीएचपी की पावर देता है, जबकि यह 104 एनएम का अधिकतम टॉर्क 3,100 आरपीएम पर प्रदान करता है। इसका इंजन बेहद रिफाइंड है और डीजल इंजन भी ज्यादा शोर नहीं करता है।


चलते-चलते बात माइलेज की करते हैं। मुझे इस गाड़ी में सबसे ज्यादा जिस चीज ने प्रभावित किया है, वह है इसका माइलेज। एक फुल टैंक में मैंने इस कार को लगभग 700 किलोमीटर तक चलाया।

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