World Heritage Day 2025: विश्व धरोहर की सूची में शामिल हैं भारत की 7 इमारतें, खूबसूरती देख आप भी कहेंगे वाह!
हर साल 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day 2025) मनाया जाता है। यह दिन टूरिज्म की दृष्टि से बेहद खास है। क्या आपको पता है कि भारत में ऐसी कई ऐतिहासिक इमारतें हैं जो यूनेस्कों की विश्व धरोहर (UNESCO World Heritage Site) सूची में शामिल हैं। इनकी खूबसूरती आपका मन मोहित कर देंगी। इसलिए एक बार आपको इन्हें देखने जरूर जाना चाहिए।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हर साल 18 अप्रैल को वर्ल्ड हैरिटेज डे (World Heritage Day 2025) मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को यूनेस्को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल इमारतों और जगहों के बारे में बताना और सस्टेनेबल टूरिज्म को बढ़ावा देना है, ताकि आने वाली पीढ़ी को भी इन अनोखी जगहों और इमारतों को देखने का मौका मिल सके।
भारत अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक धरोहरों (Heritage Sites) के लिए पूरे दुनियाभर में मशहूर है। यहां कई ऐसी जगहें हैं, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची (UNESCO World Heritage Site List) में शामिल हैं और अपनी वास्तुकला, संस्कृति और इतिहास के कारण पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
आइए वर्ल्ड हेरिटेज डे के मौके पर भारत की 7 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स (Indian World Heritage Sites) के बारे में जानते हैं, जिन्हें एक बार जरूर देखना चाहिए।
भारत की 7 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स (World Heritage Sites in India)
सूर्य मंदिर, कोनार्क (ओडिशा) (Sun Temple, Konark)
(Picture Courtesy: Instagram)
कोनार्क का सूर्य मंदिर भारतीय वास्तुकला का एक अनोखा उदाहरण है। इस मंदिर को 13वीं शताब्दी में गंगा वंश के राजा नरसिंहदेव प्रथम ने बनवाया था। यह मंदिर एक विशाल रथ के आकार में है, जिसमें 12 जोड़ी पहिए और 7 घोड़े बने हुए हैं, जो सूर्य देवता के रथ का प्रतीक हैं। इसकी नक्काशी अपने आप में भारत की अनोखी वास्तुकला और संस्कृति के बारे में बताते हैं।
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ताज महल, आगरा (उत्तर प्रदेश) (Taj Mahal, Agra)
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ताज महल को प्यार की निशानी के रूप में जाना जाता है। मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में इस खूबसूरत स्मारक को बनवाया था। सफेद संगमरमर से बना यह मकबरा अपनी बारीक नक्काशी और सीमेट्रिकल डिजाइन के लिए जाना है। इसकी खूबसूरती के कारण यह दुनिया के सात अजूबों में भी शामिल है। ताजमहल को देखने दुनिया भर से पर्यटक आते हैं और यह भारत की पहचान बन चुका है।
अजंता और एलोरा की गुफाएं (महाराष्ट्र) (Ajanta & Ellora Caves, Maharashtra)
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अजंता और एलोरा की गुफाएं भारत की प्राचीन कला एवं धर्म का अनूठा संगम हैं। अजंता की गुफाओं में बौद्ध धर्म से जुड़े चित्र और मूर्तियां हैं, जो 600-100 एडी के बीच बनी हुई हैं। वहीं, एलोरा की गुफाएं हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म से संबंधित हैं। यहां का कैलाश मंदिर एक ही पत्थर को तराशकर बनाया गया है, जो वास्तुकला का अनूठा नमूना है।
रानी की वाव, गुजरात (Rani Ki Vav, Gujarat)
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रानी की वाव (स्टेपवेल) पाटण, गुजरात में स्थित है और यह भारत की सबसे खूबसूरत बावड़ियों में से एक है। इसे 11वीं शताब्दी में रानी उदयमति ने अपने पति राजा भीमदेव प्रथम की याद में बनवाया था। इसकी दीवारों पर देवी-देवताओं, नाग-नागिनों और पौराणिक कथाओं की अद्भुत मूर्तियां उकेरी गई हैं। यह जल संरक्षण और कला का बेजोड़ नमूना है।
हुमायूं का मकबरा, दिल्ली (Humayun's Tomb, Delhi)
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हुमायूं का मकबरा मुगल वास्तुकला का पहला बड़ा उदाहरण है, जिसने ताजमहल के निर्माण को प्रेरित किया। इसका निर्माण हुमायूं की पत्नी हमीदा बानो बेगम ने 16वीं शताब्दी में करवाया था। लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से बना यह मकबरा फारसी और भारतीय शैली का मिश्रण है। इसके चारों ओर हरियाली और फव्वारे इसे और भी आकर्षक बनाते हैं। इसके पास सुंदर नर्सरी दिल्ली में लोगों का पसंदीदा पिकनिक स्पॉट बन चुका है।
फतेहपुर सीकरी, उत्तर प्रदेश (Fatehpur Sikri, Agra)
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मुगल बादशाह अकबर ने फतेहपुर सीकरी को अपनी राजधानी बनाया था। यह शहर लाल बलुआ पत्थर से बना है और इसकी इमारतें हिंदू-इस्लामिक वास्तुकला का अनूठा संगम दिखाती हैं। बुलंद दरवाजा, जामा मस्जिद, पंच महल और दीवान-ए-खास यहां के मुख्य आकर्षण हैं। यह शहर अपने ऐतिहासिक महत्व के कारण यूनेस्को की लिस्ट में शामिल है।
महाबोधि मंदिर, बोधगया (बिहार) (Maha Bodhi Temple, Bodhgaya)
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महाबोधि मंदिर बौद्ध धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है, क्योंकि यहां भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। यह मंदिर सम्राट अशोक के समय में बनाया गया था और इसके पास वह पीपल का पेड़ है, जहां बुद्ध ने ध्यान लगाया था। इसकी वास्तुकला और शांत वातावरण पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है।
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Source:
Ministry of Culture: https://www.indiaculture.gov.in/world-heritage
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