पर्यटकों को इतिहास के करीब ले जाता है राजस्थान की शान मेहरानगढ़ किला
अगर आपको ऐतिहासिक स्थलों को घूमने का शौक है तो फिर आप राजस्थान के जोधपुर शहर चलें जाएं। यहां पर आपको मेहरानगढ़ किला इतिहास के बेहद करीब ले जाएगा...
500 साल से भी ज्यादा पुराना
जी हां अगर आपको ऐतिहासक स्थलों को घूमने का शौक है तो आपके लिए राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित मेहरानगढ़ किला एक बेस्ट ऑप्शन है। इस किले को लेकर कहा जाता है कि सौ दो सौ नहीं बल्कि करीब 500 साल से भी ज्यादा पुराना है।
नक्काशी जटिल कला का प्रतीक
मेहरानगढ़ किला का निर्माण राव जोधा ने बनवाया था। इस किले की ऊंचाई पयर्टकों को काफी हैरान करने वाली है। यह 400 फीट की ऊंचाई से भी अधिक पर बना है। इस किले पर बनी नक्काशी अपने उस समय की जटिल कला को बयां करती हैं।
किले में बने हैं कुल 7 दरवाजे
मेहरानगढ किले में कुल 7 दरवाजे हैं। इसमें हर एक दरवाजा एक अलग कहानी को कहता है। जयपाल गेट को राजा मानसिंह ने युद्ध जीत की खुशी में बनवाया था। वहीं फत्तेहपाल को महाराजा अजित सिंह ने अपने युद्ध की जीत की खुशी में बनावाया था।
म्यूजिम में इतिहास सिमटा
किले के अंदर एक म्यूजियम है। इस म्यूजियम को देखने के लिए बड़ी संख्या में पयर्टक आते हैं। म्यूजियम में विभिन्न आकृतियों की शाही पालकियों के अलावा राठौर की सेना, पोशाक, चित्र और साज-सज्जा के सामान को सहेज कर रखा गया है।
किले का रास्ता घुमावदार
राजस्थान के प्रसिद्ध मेहरानगढ किले में जाने के लिए शहर के निचले भाग से रास्ता बना है। यह रास्ता काफी घुमावदार रास्ता है। इस किले की खूबसूरती को निहारने के लिए और महलों तक जाने के लिए एक चढाई वाले रास्ते पर चलना होता है।
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