एक बार जरूर घूमें एशिया के ये 10 लैंडमार्क
आज जानते हैं 10 ऐसे एशियन टूरिस्ट लेंडमार्कस के बारे में जो उस देश की पहचान बन चुके हैं जहां ये स्थित हैं।
गार्डन बाई द बे, सिंगापुर
सिंगापुर के इस शानदार बागीचे में विश्व के सबसे ऊंचे वृक्षों का समूह मौजूद है। यहां के कुछ पेड़ तो 16 मंजिली इमारत जितने ऊंचे हैं।
बैन्यू राइस टेरेस, बाना, फिलीपींस
समुद्र से करीब 1500 फिट ऊंचे ये मानव निर्मित चावल के टेरेस सच में देखने लायक हैं। ये करीब 2000 साल पुराने बताये जाते हैं।
ताईपेई 101, ताईपेई ताइवान
1,667 फीट ऊंची ताइवान को दुनिया की सबसे ऊंची इमारत में गिना जाता है। 2004 में लोगों के लिए खोली गई इस इमारत में दुनिया की सबसे देज चलने वाली लिफ्ट भी मौजूद है।
मैरीना बे सैंडस, सिंगापुर
तीन 55 मंजिली इमारतों के ऊपर बना ये शानदार पूल दुनिया मं अनोखा है और इसीलिए इस देश की पहचान बन गया है। इसके बगल में ही कमल के आकार की एक और इमारत है जो फेमस आर्ट और साइंस म्यूजियम है।
ताज महल, भारत
विश्व के सात अजूबों में शामिल ताजमहल को कौन नहीं जानता। भारत की इस ऐतिहासिक इमारत को देखने दुनिया भर के पर्यटक आते हैं।
फूजी पर्वत, जापान
13,388 फीट ऊंची जापान की ये सबसे ऊंची पर्वत श्रेणी है। चारों ओर से झील से घिरी ये चोटी एक जाग्रत ज्वालामुखी का मुहाना है।
बागन, म्यांमार
ये प्राचीन मंदिरों से सजा इलाका ना सिर्फ अच्छी तरह संरक्षित किया गया है बल्कि अपनी सुंदरता और शैली में अंकोरवाट और माचू पीचू के समकक्ष है।
पैट्रोनस टॉवर, कुआलालामपुर, मलेशिया
मलेशिया की ये इमारत दुनिया की सबसे ऊची इमारतों में से एक है। इस्लामिक शैली में बनी करीब 1,483 ऊंची ये इमारतों की जोड़ी पहले विश्व की सबसे ऊंची इमारत ही थी पर 20014 में ताईपेई 101 ने इससे बाजी मार ली।
डोम ऑफ रॉक येरुशलम, इजरायल
येरुश्ालम में स्थित सातवीं शताब्दी के इस धार्मिक स्थल का बड़ा महत्व है। कहते हैं इसी स्थान पर मोहम्मद साहब का अंतिम समय बीता था और अब्राहम ने अपने बेटे की कुबार्नी की पेशकश की थी।
पेट्रा, जॉर्डन
बालुई पत्थर की चट्टानों को काट कर बनाए गए इस वादी मूसा की प्राचीन ऐतिहासिक इमारतों वाले शहर को 400 वर्ष ईसा पूर्व नबातीन शासकों ने स्थापित किया था।