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    ग्वालियर के किले में बसी है मध्यप्रदेश की अनोखी विरासत, जानें खास बातें

    मध्यप्रदेश के ग्वालियर में मौजूद ग्वालियर किले का निर्माण 8वीं शताब्दी में किया गया था. तीन वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैले इस किले की ऊंचाई 35 फीट है.

    By Pratima JaiswalEdited By: Updated: Mon, 18 Dec 2017 01:14 PM (IST)
    ग्वालियर के किले में बसी है मध्यप्रदेश की अनोखी विरासत, जानें खास बातें

    भारत अपनी ऐतिहासिक धरोहर के लिए दुनिया भर में मशहूर है. अगर आप घूमने-फिरने के शौकीन हैं, तो आप हर राज्य में घूमकर यहां के इतिहास और विरासत के बारे में जान सकते हैं. आज हम आपको बताने जा रहे हैं ग्वालियर के किले के बारे में. 

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    8वीं सदी में मनाया गया था किला 

    मध्यप्रदेश के ग्वालियर में मौजूद ग्वालियर किले का निर्माण 8वीं शताब्दी में किया गया था. तीन वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैले इस किले की ऊंचाई 35 फीट है. यह किला मध्यकालीन स्थापत्य के अद्भुत नमूनों में से एक है. यह ग्वालियर शहर का प्रमुख स्मारक है जो गोपांचल नामक छोटी पहाड़ी पर स्थित है. लाल बलुए पत्थर से निर्मित यह किला देश के सबसे बड़े किले में से एक है. किला और इसकी चारदीवारी का बहुत अच्छे तरीके से देखभाल किया जा रहा है.

    इसमें कई ऐतिहासिक स्मारक, बुद्ध और जैन मंदिर, महल (गुजारी महल, मानसिंह महल, जहांगीर महल, करण महल, शाहजहां महल) मौजूद हैं. किला दो भाग में बंटा है. मुख्य किला और महल (गुजारी महल और मान मंदिर महल). इन किलों का निर्माण राजा मान सिंह ने करवाया था.

     

    कैसे पहुंचें ग्वालियर : हवाई मार्ग से ग्वालियर के लिए दिल्ली, भोपाल, इंदौर तथा मुंबई से नियमित उड़ाने मौजूद हैं. और यह रेल मार्ग से भी देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है.

    घूमने के लिए सबसे बेस्ट टाइम : नवम्बर से मार्च 

    क्या है खास : ग्वालियर के किले के अलावा आपको यहां कई पुराने मंदिर मिलेंगे.