Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Palitana: नवरात्रि में धार्मिक यात्रा पर जाने की है प्लानिंग, तो शाकाहारी शहर पालीताना है बेस्ट डेस्टिनेशन

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Mon, 20 Mar 2023 03:56 PM (IST)

    Palitana यह शहर धार्मिक दृष्टि से बेहद प्रसिद्ध है। खासकर जैन धर्म के अनुयायियों के लिए पालीताना धर्मनगरी है। इसे धर्म नगरी भी कहा जाता है। इस शहर के नजदीक पांच पहाड़ियां हैं। इनमें एक शत्रुंजय पहाड़ी है।

    Hero Image
    Palitana: चैत्र नवरात्रि में धार्मिक यात्रा पर जाने की है प्लानिंग, तो शाकाहारी शहर पालीताना है बेस्ट डेस्टिनेशन

    दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Palitana: हर साल चैत्र महीने में चैत्र नवरात्रि मनाई जाती है। इस साल चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से लेकर 30 मार्च तक है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-उपासना की जाएगी। सनातन शास्त्रों में चैत्र नवरात्रि के बारे में विस्तार से वर्णन निहित है। इस मौके पर मां के मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन हेतु आते हैं। वहीं, कुछ लोग नवरात्रि में तीर्थ यात्रा पर जाते हैं। जबकि, कुछ लोग खानपान को लेकर तीर्थ यात्रा पर नहीं जाते हैं। उनका कहना होता है कि यात्रा के दौरान खानपान में दिक्कत होती है। होटल, रेस्त्रां और ढाबे में व्रत नियम का पालन नहीं किया जाता है। इससे व्रत टूट सकता है। अगर आप भी व्रत टूटने के भय से नवरात्रि में तीर्थ यात्रा पर नहीं जा पाते हैं, तो इस नवरात्रि धार्मिक यात्रा के लिए शाकाहारी शहर पालीताना जाएं। जी हां, आपने सही पढ़ा है। देश में एक ऐसा भी शहर है, जिसे शाकाहारी शहर का दर्जा प्राप्त है। आइए, इस शहर के बारे में सबकुछ जानते हैं-

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कहां है शाकाहारी शहर पालीताना ?

    शाकाहारी शहर पालीताना, गुजरात में है। यह शहर धार्मिक दृष्टि से बेहद प्रसिद्ध है। खासकर, जैन धर्म के अनुयायियों के लिए पालीताना धर्मनगरी है। इसे धर्म नगरी भी कहा जाता है। इस शहर के नजदीक पांच पहाड़ियां हैं। इनमें एक शत्रुंजय पहाड़ी है।

    इस पहाड़ी पर कुल 865 मंदिर हैं। वहीं, पहाड़ के शिखर पर पहुंचने के लिए पत्थरों की 375 सीढ़ियां हैं। शंत्रुजय का शाब्दिक अर्थ विजय होता है। समुद्रतल से इसकी ऊंचाई 164 फ़ीट है। भावनगर से पालीताना की दूरी 50 किलोमीटर है।

    कैसे बना शाकाहारी शहर

    पालिताना में जैन धर्म के अनुयायियों की संख्या सबसे अधिक है। इसके लिए पूर्व में जैन धर्म के 200 साधु संतों ने जीव जंतु की हत्या पर रोक लगाने के लिए भूख हड़ताल की। इस भूख हड़ताल में यह भी मांग की गई कि शहर में शाकाहारी भोजन बेचने की ही अनुमति होगी। अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है, तो वे अपना देह त्याग करेंगे। सरकार ने संतों की मांग को स्वीकार कर पालीताना को शाकाहारी शहर बना दिया। इसके लिए नवरात्रि में तीर्थ यात्रा के लिए पालीताना घूमने जा सकते हैं।