Palampur Tourist Destinations: बजट में करनी है 2 से 3 दिनों की ट्रिप, तो पालमपुर है इसके लिए बेस्ट
Palampur Tourist Destinations हिमाचल प्रदेश का छोटा सा लेकिन बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है पालमपुर जहां आप दो से तीन दिनों की छुट्टियां प्लान कर सकते हैं ...और पढ़ें

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Palampur Tourist Destinations: मानसून के दौरान उत्तराखंड और हिमाचल का ट्रैवल थोड़ा अनसेफ होता है लेकिन मानसून खत्म होते ही सितंबर से लेकर नवंबर तक ये दोनों ही जगहें घूमने के एकदम अनुकूल होती है। दो से तीन दिनों की छुट्टियां एंजॉय करने के लिए ये दोनों ही जगहें बेस्ट हैं, लेकिन आज हम आपको हिमाचल की एक ऐसी जगह के बारे में बताने वाले हैं जिसे आपको एक बार जरूर देखना चाहिए। ये जगह है- पालमपुर। जिसे उत्तर भारत के चाय बागान के नाम से भी जाना जाता है। धर्मशाला से कुछ मील की दूरी पर स्थित पालमपुर छोटा सा शहर है, जो देवदार के जंगलों और चाय के बागानों से घिरा हुआ है। पालमपुर मैदानों और पहाड़ियों के संगम पर बसा हुआ है इस वजह से इस जगह की खूबसूरती देखते ही बनती है। तो अगर आप भी शॉर्ट ट्रिप का प्लान बना रहे हैं, तो इस जगह को अपनी लिस्ट में कर सकते हैं शामिल।
पालमपुर टी गार्डन
पालमपुर आकर चाय के बागान नहीं देखें, तो समझ लीजिए यहां का सबसे मुख्य आकर्षण मिस कर दिया। यो कहें कि पालमपुर खासतौर से टी गार्डन के लिए ही मशहूर है। पालमपुर चाय निगम चाय फैक्ट्री में चाय बनाने की प्रक्रिया को भी देखने का मौका मिलता है और चाय चखने का भी। दूसरा आप इन हरी-भरी वादियों में शानदार तस्वीरें क्लिक करा सकते हैं।
करेरी लेक
करेरी झील, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में धर्मशाला से लगभग 9 किमी दूर स्थित ताज़े पानी की खूबसूरत झील है।जिसमें पानी बर्फ पिघलने से मिलता है। पालमपुर आकर इसे देखना तो बनता है। यह एक बहुत ही फेमस ट्रैकिंग प्लेस भी है, तो अगर आप ट्रैकिंग के शौकीन हैं, तो यह जगह आपको बेहद पसंद आएगी।
बीर
बीर, हिमाचल प्रदेश का एक छोटा सा गांव है जो खासतौर से पैराग्लाइडिंग के लिए मशहूर है। मौसम के साथ यहां का शांत वातावरण पैराग्लाइडिंग के लिए एकदम परफेक्ट है। तो पालमपुर आकर इस जगह को भी कवर किया जा सकता है और अगर आप पैराग्लाइडिंग के शौक़ीन हैं तब तो आपको यहां जरूर जाना चाहिए।
चामुंडा देवी मंदिर
हिमाचल के चंबा जिले में स्थित चामुंडा देवी मंदिर एक प्रचीन मंदिर है। जिसका निर्माण साल 1762 में उमेद सिंह ने करवाया था। देवी काली को समर्पित यह मंदिर पूरी तरह से लकड़ी से बना हुआ है। इस मंदिर जाने के लिए आपको 400 सीढ़ियों को चढ़कर जाना होता है।
कैसे पहुंच सकते हैं पालमपुर?
हवाई यात्रा
अगर आप फ्लाइट से पालमपुर जाना चाहते हैं तो इसका निकटतम हवाई अड्डा गगल हवाई अड्डा है। जो देश के अधिकांश हवाई अड्डों के साथ जुड़ा हुआ है। एयरपोर्ट से कांगड़ा जाने के लिए ऑटोरिक्शा, बस और टैक्सी आसानी से मिल जाती हैं।
ट्रेन मार्ग
पालमपुर का निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट रेलवे स्टेशन है जो पालमपुर से 90 किमी की दूरी पर है। पठानकोट से पालमपुर पहुंचने के लिए किराए पर टैक्सी मिल जाती हैं। वैसे बस का भी ऑप्शन रहता है।
सड़क मार्ग
पालमपुर लगभग सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। धर्मशाला, मनाली, कांगड़ा, चंडीगढ़ और राजधानी दिल्ली से यहां के लिए लगातार बसें चलती हैं।
Pic credit- freepik

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