भारत का सबसे छोटा हिल स्टेशन माथेरान, जहां जान हथेली पर रखकर पर्यटक आते हैं घूमने
माथेरान को पॉल्यूशन फ्री हिल स्टेशन भी कहा जाता है।
दुनिया में ऐसे लोगों की कमी नहीं हैं, जो घूमने-फिरने के लिए ऐसी जगहों पर जाना पसंद करते हैं, जो एडवेंचर से भरी हो। कई बार तो ये एडवेंचर जगह खतरनाक भी होती है। आज हम आपको सैर करवाएंग़े ऐसी ही खतरनाक जगह पर, जो घूमने-फिरने के शौकीन लोगों के लिए एडवेंचर से भरी हुई है।
माथेरान एक ऐसा हिल स्टेशन है, जिसे देश का सबसे छोटा हिल स्टेशन माना जाता है. यह महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित है और दुनिया की उन गिनी-चुनी जगहों में से एक है, जहां खतरनाक रास्ते होने के कारण किसी भी किस्म की गाड़ियां ले जाने पर सख्त प्रतिबंध है। पर्यटकों को यहां जाने के लिए ट्वॉय ट्रेन का इस्तेमाल करना पड़ता है, जो ऊंचे पहाड़ों के किनारे बेहद कठिन रास्तों से होकर गुजरती है।
खतरे के बावजूद देश-विदेश से आते हैं पर्यटक
घुमावदार रेल ट्रैक और उसके एक किनारे बेहद खतरनाक खाई, आप सोच सकते हैं कि यह सफर जान जोखिम में डालने जैसा है। मगर बताया जाता है कि खाई के किनारे ट्रेन चलाने वाले ड्राइवर को यहां खास ट्रेनिंग दी जाती है, जो बेहद सावधानी से ट्रेन को खाई के बगल से ले जाता है। सफर के पहले पर्यटकों को भी इस रूट पर सावधानी बरतने की चेतावनी दी जाती है।
वैसे तो यहां पूरे साल प्रकृति के अद्भुत नजारे देखने को मिलते हैं, मगर बारिश के मौसम में कच्चीत सड़कों पर फिसलने का खतरा रहता है। हालांकि इस मौसम का भी अपना अलग मजा है। बारिश में यहां के पहाड़ वाटर फॉल में बदल जाते हैं।
पॉल्यूशन फ्री और प्रकृति के करीब हिल स्टेशन
माथेरान को पॉल्यूशन फ्री हिल स्टेशन भी कहा जाता है। मोटर गाड़ियां, प्लास्टिक बैग्स बैन होने के कारण यहां पॉल्यूशन नहीं होता है। वैसे यहां सवारी के लिए घोड़े, खच्चर, हाथ से खींचने वाले रिक्शे और पालकी उपलब्ध रहते हैं, लेकिन आप चाहें तो पैदल घूम कर भी पूरे हिल स्टेशन का मजा ले सकते हैं।
माथेरान में देखने के लिए 20 से ज्यादा व्यू प्वाइंट, झीलें और पार्क हैं, जिनमें मंकी प्वाइंट, इको प्वाइंट, मनोरमा प्वाइंट, सनराइज और सनसेट प्वाइंट प्रमुख हैं।
कैसे पहुंचे
मुंबई के करीब नेरुल जंक्शन से दो फुट चौड़ी नैरो गेज लाइन पर चलने वाली ट्वॉय-ट्रेन लगभग 21 किमी का सफर तय कर सवारियों को माथेरान बाजार के बीच स्थित रेलवे स्टेशन तक पहुंचाती है। यह ट्वॉय ट्रेन देश के सबसे घुमावदार रेल पाथ पर चलती है, जिसका ग्रेडियंट 1:20 है।